रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा के द्वारा महतारी हुंकार रैली पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि जो गरजते है ओ बरसते नहीं। भाजपा महिला मोर्चा सिर्फ नाटक कर रही है। राजनीति में नंबर बढ़ाने के लिये कर रही है। महिलाओं के सुख-दुख से इन लोगों की कोई वास्ता नहीं। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के 15 साल में मीना खल्को, हिडमा की बलात्कार करके सुरक्षा कर्मियों के द्वारा हत्या कर दी जाती है तब इनकी हुंकार कहाँ चली गई थी? झलियामारी कांड में 6 से 14 वर्षीय बच्चियों के साथ सरकारी आश्रमों में दुराचार होता था महीनों तक कार्यवाही नहीं होती थी तब इनकी हुंकार कहाँ चली गई थी? जब राजधानी रायपुर में एक महिला कांस्टेबल के साथ दुराचार हो जाता है और कई दिनों तक अपराध दर्ज नहीं होता था तब भारतीय जनता पार्टी के महिलाओं का हुंकार कहां चली गई थी? पूर्ववर्ती सरकार के ओएसडी के द्वारा एक नाबालिग बच्ची के साथ रेप जैसे घिनौने अपराध को अंजाम देता है और कई सालों तक शिकायत दर्ज नहीं होती थी अपराधी को संरक्षण देने के काम महिला नेत्री करती थी तब इनके हुंकार कहाँ चली गई थी? आंख फोड़वा कांड, गर्भाशय कांड, मानव तस्करी कांड ऐसे अनेकों कांड भाजपा सरकार में हुए है तब ये लोग सत्ता की चाटुकारिता में डूबी हुई थी।
भाजपा के महिला नेत्रियों को रमन सिंह से सवाल करना चाहिए कि क्यों भाजपा के सरकार में शराब के सरकारीकरण करने के इसलिए रचे है. इनकम के लालच में 15 साल तक छत्तीसगढ़ के भोले भाले जनता को शराब के लत लगा दिये जिससे राजस्व 300 करोड़ से बढ़कर 500 करोड़ हो गया। 2016 में प्रति व्यक्ति शराब की खपत में छत्तीसगढ़ ने गोवा को पीछे छोड़ दिया था। इधर शराब बंदी के आंदोलन के दिखावा करने वाले ही भाजपा के कई नेता शराब तस्करी में पकड़े गये है। अगर वास्तविकता में महिलाओं की हित की चिंता है तो सिर्फ तीन सवाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी करें, पहला कि 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा का क्या हुआ? दूसरा 15 लाख सबके खाते में आएंगे उसका क्या हुआ? तीसरा सवाल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारा देने वाले ही गुजरात में बिलकिस बानो के बलात्कारियों को जेल से छुड़ा देते है?
राजपूत ने कहा कि कांग्रेस सरकार में अपराधी कोई भी हो उसे संरक्षण नहीं दिया जाता है बल्कि जेल के सलाखों के पीछे पहुंचाया जाता है। महिलाओं को सुरक्षा देने के लिये सरकार भरसक प्रयास कर रही है। इसलिए हमर बेटी हमर मान जैसे कई योजनाएं राज्य सरकार के द्वारा चालू की गई है इसलिए राज्य में अपहरण महिला अपराधों में देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा तथा पूर्ववर्ती रमन सरकार की अपेक्षा प्रभावी कमी आई है।