बीजापुर। जिले में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा की सक्रियता के बाद नक्सलियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए हस्तलिखत एक पत्र जारी कर भाजपा नेताओं को वे पार्टी से इस्तीफा देकर गांव में खेती-बाड़ी का काम करने का फरमान जारी कर दिया है। नक्सलियों का आरोप है कि पैसों के लालच में जिले के गांव-गांव में प्रचार-प्रसार कर लोगों को जोड़ा जा रहा है। इस पत्र के जारी होने के बाद नक्सल प्रभावित इलाकों के भाजपा नेताओं को यहां काम करना अब आसान नही है। वहीं कांग्रेस को यहां खुला मैदान मिल जायेगा, नक्सलियों के इस पत्र के बाद नक्सलियों के साथ पकड़ाये कांग्रेसी नेता के मामले में फिर से राजनीति गर्माएगी।
भैरमगढ़ एरिया कमेटी की तरफ से जारी किए गए पर्चे में लिखा है कि, केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद नोटबंदी, जीएसटी, महंगाई, बेरोजगारी, कृषि कानून लाकर किसानों को परेशान किया गया है। यही वजह है कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बस्तर में कई पुलिस-नक्सली झूठी मुठभेड़ हुई है। कई ग्रामीणों को नक्सली बताकर फर्जी केस में जेल में डाल दिया गया है। नक्सलियों ने कहा कि, जल-जंगल-जमीन के अस्तित्व को खत्म करने के लिए बस्तर में जगह-जगह पर पुलिस कैंप खोले गए हैं। नक्सलियो ने अपने पत्र में भैरमगढ़ इलाके के पोंदुम, फुलगट्टा, समेत अन्य गांवों के कुछ लोगों के नामों का जिक्र करते हुए कहा है कि इन लोगों को पार्टी में शामिल किया गया है। अब ये लोग गांव-गांव पहुंचकर पार्टी में लोगों को जोड़ रहे हैं।