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मध्य प्रदेश में किसान की हार्ट अटैक से मौत, छत्तीसगढ़ में किसान ने की आत्महत्या

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कटनी। कर्ज से लदे ग्राम मदनपुर के एक किसान ने सोहागा का सेवन कर जान दे दी। किस्त में लिए ट्रैक्टर का कर्ज चुकता नहीं कर पा रहा था। इसे लेकर वह पिछले कुछ दिनों से परेशान था। पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है। मामला पामगढ़ थाना का है। एएसआई हरनारायण ताम्रकार ने बताया कि ग्राम मदनपुर का किसान रमेश कुमार कश्यप पुत्र हरप्रसाद सोमवार की सुबह अपने बेटे नागेश्वर कश्यप के साथ ट्रैक्टर लेकर गिट्टी लाने के लिए क्रशर खदान गया था।इस दौरान वह गुडाखू करने के बहाने खदान के पानी की ओर गया और वहां अपने साथ पॉलीथिन में लेकर गये सोहागा का सेवन कर लिया। कुछ देर बाद वह वहीं पर गिर गया। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आया तो उसका बेटा नागेश्वर वहां गया और देखा कि उसके पिता के पास एक पॉलीथिन पड़ा हुआ था, जिसमें सोहागा बचा हुआ है। उसके पिता ने सोहागा का सेवन कर लिया था।कटनी के उमरियापान में एक किसान को कर्ज का नोटिस मिलते ही अटैक आ गया। यह नोटिस जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित जबलपुर शाखा उमरियापान के शाखा प्रबंधक द्वारा दिया गया था। बैंक द्वारा 29 फरवरी को जारी यह नोटिस किसान को सोमवार दोपहर करीब 12 बजे प्राप्त हुआ था। मामले में बैंक ने राम कुमार चौरसिया पिता रोहणी प्रसाद चौरसिया को संबोधित करते हुए किसान से ऋण अदायगी के लिए कहा गया था। इस पत्र में उल्लेख किया गया किया था कि आपने भूकंप ऋण के लिए इस शाखा से 1 लाख 7 हजार 55 रुपये लिए गए थे जो आज दिनांक तक आपके द्वारा जमा नहीं किए गए। अतः आप पत्र होते ही एक सप्ताह के अंदर मांग की पूर्ण राशि जमा करें। अन्यथा की स्थिति में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जवाबदारी आप स्वयं की होगी।कटनी के उमरियापान में एक किसान को कर्ज का नोटिस मिलते ही अटैक आ गया। यह नोटिस जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित जबलपुर शाखा उमरियापान के शाखा प्रबंधक द्वारा दिया गया था। बैंक द्वारा 29 फरवरी को जारी यह नोटिस किसान को सोमवार दोपहर करीब 12 बजे प्राप्त हुआ था। मामले में बैंक ने राम कुमार चौरसिया पिता रोहणी प्रसाद चौरसिया को संबोधित करते हुए किसान से ऋण अदायगी के लिए कहा गया था। इस पत्र में उल्लेख किया गया किया था कि आपने भूकंप ऋण के लिए इस शाखा से 1 लाख 7 हजार 55 रुपये लिए गए थे जो आज दिनांक तक आपके द्वारा जमा नहीं किए गए। अतः आप पत्र होते ही एक सप्ताह के अंदर मांग की पूर्ण राशि जमा करें। अन्यथा की स्थिति में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जवाबदारी आप स्वयं की होगी।