जयपुर/नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने चौंकाने वाला बयान दिया है। केरल के मलप्पुरम में केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राजस्थान को जल्द नया मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘राजस्थान में कोई ड्रामा नहीं है। एक या दो दिन में सब साफ हो जाएगा और आपको पता चल जाएगा कि कौन नया मुख्यमंत्री बनने जा रहा है।’
उधर, अशोक गहलोत और सोनिया गांधी की मुलाकात के दौरान राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बारे में बातचीत हो सकती है। गहलोत को बुधवार शाम जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना होना था, लेकिन उनकी योजना टाल दी गई और अब उनके बाद में जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री गुरुवार को दिल्ली में नहीं हैं और इसलिए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार 30 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन ही आवेदन कर सकते हैं।
दिल्ली पहुंचने के बाद अशोक गहलोत हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘मैं इंदिरा जी के समय से देखता आ रहा हूं। हमेशा पार्टी में अनुशासन है। इसलिए पार्टी के चाहे 44 सांसद आएं या 52 आएं, लेकिन पूरे देश में वह राष्ट्रीय पार्टी है और उसकी नेता सोनिया गांधी जी हैं। सोनिया गांधी जी के अनुशासन में पूरे देश में कांग्रेस है। ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं।’
उनका कहना था, ‘मेरा दृष्टिकोण कुछ अलग हो सकता है, (लेकिन) हम सबके दिल के अंदर नंबर एक बात होती है कि हम कांग्रेस अध्यक्ष के अनुशासन में काम करते हैं। मेरे हिसाब से, आने वाले वक्त में फैसले होंगे।’ गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आज देश के ऊपर संकट है, उसे मीडिया को पहचानना चाहिए। आज पत्रकार और लेखक संकट में हैं। देशद्रोह के नाम पर लोग जेल भेजे जा रहे हैं। हमें उन लोगों की चिंता है जिनके लिए राहुल गांधी (भारत जोड़ो यात्रा पर) निकल पड़े हैं। महंगाई, बेरोजगारी और देश में चल रही तानाशाही प्रवृत्ति की राहुल गांधी को चिंता है और हम सबको चिंता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए इनसे (समस्याओं से) मुकाबला करना ज्यादा जरूरी है। ये (सियासी संकट) घर की बातें हैं, आतंरिक राजनीति में चलता रहता है, ये हम सब सुलझा लेंगे।’
इस बीच सियासी घमासान के बीच गहलोत ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और मंत्री शांति धारीवाल से बातचीत की। राज्य के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जानकारी साझा करते हुए दावा किया कि गहलोत इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या गहलोत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे, उन्होंने कहा कि इस तथ्य की जानकारी सिर्फ मुख्यमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व को है। इस बीच, अध्यक्ष पद के लिए दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के नाम की चर्चा है, क्योंकि उन्होंने दिल्ली जाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा बीच में ही छोड़ दी थी। इस बीच, कांग्रेस महासचिव, संगठन, के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि राजस्थान का संकट एक-दो दिन में हल हो जाएगा। वहीं सीएम पद के लिए गहलोत खेमे के विरोध का सामना कर रहे सचिन पायलट पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं।