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विधानसभा : आयकर विभाग की छापेमार कार्यवाही को राज्य सरकार द्वारा बाधित करने के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा

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सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित
रायपुर।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को विपक्षी दलों ने केन्द्रीय आयकर विभाग की टीम द्वारा प्रदेश में चल रही छापेमार कार्यवाही पर राज्य सरकार द्वारा बाधा पहुंचाने के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव लाकर इस पर चर्चा कराने की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया, जिसके बाद इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसे देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।
प्रश्रकाल के तुरंत बाद शून्यकाल में आज भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने प्रदेश के कई जाने-माने कारोबारी, अधिकारियों व पदाधिकारियों के यहां की जा रही ताबड़तोड़ आयकर विभाग की कार्यवाही पर राज्य सरकार द्वारा बाधा पहुंचाने का मामला उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि आयकर विभाग के अधिकारी इस कार्यवाही में जिन गाडिय़ों का प्रयोग कर रहे थे प्रदेश की पुलिस द्वारा उन गाडिय़ों को ना केवल चालान करते हुए जब्त करने की कार्रवाई की है, बल्कि गाडिय़ों के चालकों को भी थाने में घंटो बिठाया रखा गया। शिवरतन शर्मा ने अध्यक्ष से कहा कि इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव दिया गया है जिसे स्वीकार कर सदन में चर्चा कराई जाए। पूर्व मंत्री व भाजपा सदस्य ननकीराम कंवर ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्रिमंडल द्वारा आयकर विभाग की गाडिय़ों को जब्त कराकर शासकीय कार्य में बाधा डाला गया है तथा इस मामले में एफआईआर दर्ज होना चाहिए। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ दल के सदस्य धर्मजीत सिंह ने भी कहा कि यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिकर आयकर विभाग की कार्यवाही का क्यों विरोध किया जा रहा है। राजधानी पुलिस द्वारा आयकर की कार्यवाही में लगी 20 गाडिय़ों को जब्त कर लिया जा रहा है जबकि इससे पूर्व रमन सरकार के कार्यकाल में भी इस तरह से केन्द्र की टीम ने एक बड़े व्यापारी के घर में रात में छापा मारा गया था। लेकिन इस पर सरकार द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि छापे की कार्यवाही में क्या मिला या नहीं मिला, पहले इसकी जानकारी सामने आ जानी चाहिए उसके बाद ही सरकार कोई प्रतिक्रिया देने चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सदस्य अजीत जोगी ने भी कहा कि आयकर विभाग की यह कार्यवाही सामान्य कार्यवाही है। इसके परिणाम जब तक सामने नहीं आता इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की कार्यवाही के परिणाम सामने आने के बाद इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए। परिणाम के पहले प्रतिक्रिया देना चोर के दाढ़ी में तिनका जैसा है।
संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने विपक्षी सदस्यों द्वारा उठाए गए इस मामले में कहा कि यह विषय सदन में चर्चा का नहीं है। उन्होंने आसंदी से कहा कि क्या वे इस मामले में विपक्षी सदस्यों को चर्चा के लिए अनुमति दे दिए है अगर नहीं तो इस विषय पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। मंत्री के इस बात पर नाराजगी जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा कि मैंने अभी स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है पर सदन में अभी प्रश्रकाल चल रहा है और वे सदस्यों की बातें सुन रहे है कृपया उन्हें सदस्यों की बात सुनने दें। इस मुद्दे पर भाजपा सदस्य सौरभ सिंह, श्रीमती रंजना साहू सहित अन्य सदस्यों ने भी आसंदी से मांग की कि स्थगन प्रस्ताव ग्राह्य कर इस पर चर्चा कराई जाए।
विधानसभा अध्यक्ष डा. महंत ने कहा कि स्थगन प्रस्ताव की सूचना उन्हें मिल चुकी है और उन्होंने इसे अपने कक्ष में ही अग्राह्य कर दिया है। अध्यक्ष की व्यवस्था के बाद विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।