मुंगेली/ मुंगेली में भूमाफियाओं और जमीन दलालों के आगे शासन-प्रशासन नतमस्तक हैं, भूमाफिया और जमीन दलालों के द्वारा शासन प्रशासन के अधिकारियों से मिलीभगत कर और नियमों की अनदेखी कर जमीनों की हेराफेरी की जा रही हैं जिससे मुंगेली की जनता में काफी आक्रोश हैं। मुंगेली करीब 10 वर्षो से जमीन दलालों के मायाजाल में फंसा हुआ है, उसके बाद भी जिले स्तर के बड़े अधिकारियों द्वारा जमीन दलालों और भूमाफियाओं पर कार्यवाही नही की जा रही हैं। इसका प्रमुख कारण यह कि भूमाफियाओं और जमीन दलालों द्वारा मोटी रकम अधिकारियों के ऊपर भेंट स्वरूप चढ़ाई जाती हैं।
अभी हाल ही में मुंगेली नगरीय क्षेत्र में नजूल सरकार की रिक्त भूमि को व्यक्ति विशेष लोगों को आबंटित भूमि को निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों, कांग्रेसियों पार्षदों और भाजपाईयों के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। इसमें कार्यवाही करने जिला प्रशासन को कांग्रेसियों के द्वारा 1 हफ्ते का समय देकर नजूल भूमि आबंटन को रद्द करने कहा गया था, एक हफ्ते में कार्यवाही न करने पर अनशन की चेतावनी दी गई थी, परन्तु 1 हफ्ते बीत जाने के बाद भी कांग्रेसियों की चुप्पी से जनता में काफी नाराजगी देखी गई, साथ ही मुंगेलीवासियों और क्षेत्र से जुड़े लोगों ने कहा कि अगर कांग्रेसियों द्वारा दिए गए ज्ञापन में कार्यवाही नही हुई तो उन्हें अनशन करना था अगर वे ऐसा नही कर रहे तो वे नपुंसकता की श्रेणी में आ रहे हैं, ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही कि ज्ञापन देने वाले कुछ कांग्रेसियों को जमीन दलालों और भूमाफियाओं के द्वारा खरीद लिया गया हैं।
वही दूसरी ओर भाजपा द्वारा ज्ञापन देकर जल्द कार्यवाही की मांग की गई हैं अगर कार्यवाही नही की गई तो भाजपाईयों भी उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी। अब मुंगेली की जनता को कांग्रेसियों से ज्यादा भाजपाइयों से इस मामले में कार्यवाही की उम्मीद हैं। भाजपा के द्वारा 25 फरवरी को ज्ञापन दिया गया था, एक हफ्ते बीत जाने के बाद मुंगेली भाजपा द्वारा इस मामले में किस प्रकार उग्र आंदोलन की जानी हैं उसकी रणनीति बनाई जा रही हैं।
दैनिक भारत-भास्कर इस मामलें में लगातार खुलासे करती रहेगी…