चाइनीज सामानों से तौबा
कोरबा। कोरोना वायरस का असर इस बार होली बाजार में देखने को मिल रहा है। चीन की पिचकारी मास्क रंग गुलाल नजर नहीं आ रहा है। बताया जाता है कि 31 मार्च तक कोरोना वायरस का कहर के कारण आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे में दामों में कुछ बढ़ोतरी हुई है। होली में लगभग 80 से 90 प्रतिशत चाइनीज रंग गुलाल और पिचकारी मास्क की बिक्री होती है। इस बार इंडियन समान की बिक्री के तहत 6 कलर का गुलाल पोपर ब्लास्ट हवा में सतरंगी की तरह फैलेगा जो कि 60,100 एवं 150 रूपये में उपलब्ध है। इसी तरह इंडियन पिचकारी में टंकी पिचकारी 150 से 600 रूपये तक पाइप पिचकारी 10 से 400 रूपये, मास्क अलग-अगल डिजाइन में छोटा भीम, मोटे पतल, स्पाइडर मैन, भूम मास्क, टाइगर मास्क 25 से 50 रूपये तक, महिलाओं के लिए आई मास्क 35 से 50 रूपये, बच्चों के लिए केप 15 से 50 रूपये, होली बेलून 100 रूपये पैकेट हरबल कलर और गुलाल 20 से 50 रूपये में उपलब्ध है। इस बार चाइनीज पिचकारी का बाजार खत्म सा हो गया है। देसी पिचकारी मंगायी गई है। चाइनीज पिचकारियां सस्ती रहती थी और डिजाइन भी अच्छे होते थे। लेकिन चाइनीज पिचकारी आनी बंद हो गई है। कोलकता और दिल्ली से इंडियन देसी पिचकारी मंगाई गयी है। जो चाइनीज पिचकारी से महंगी है।