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बीयू पांच साल में नहीं दे सका कोर्सवर्क की मार्कशीट, विद्यार्थी स्कालरशिप को हो रहे परेशान

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चार रजिस्ट्रार हो चुके हैं बीयू से विदा
भोपाल।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय पांच साल में पीएचडी 2017 में उत्तीर्ण हुये विद्यार्थियों की कोर्सवर्क की मार्कशीट आवंटित नहीं कर सका है। कुलपति और रजिस्ट्रार स्वयं भी कोर्सवर्क की मार्कशीट तैयार नहीं करा सके हैं।
बीयू ने 2017 में पीएचडी प्रवेश परीक्षा लेकर कोर्सवर्क कराया था। कोर्सवर्क की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को अभी तक अंकसूचियां आवंटित नहीं की गई हैं। इसकी वजह बीयू का लचर प्रशासन।
पांच साल की अवधि में बीयू से उदय नारायण शुक्ला, डॉ. बी भारती, हरिहर शरण त्रिपाटी और अजीत श्रीवास्तव रजिस्ट्रार विदा हो चुके हैं, लेकिन अभी तक विद्यार्थियों को मार्कशीट नहीं मिल सकी हैं। वहीं पांचवें रजिस्ट्रार के तौर पर आईके मंसूरी अपना औहदा संभाले हुये हैं। वे मार्कशीट जारी करने के आदेश और निर्देश जारी कर चुके हैं। इसके बाद भी विद्यार्थियों को मार्कशीट आज दिनांक तक आवंटित नहीं जा सकी हैं। यहां तक कुलपति आरजे राव का कार्यकाल खत्मत होने को है। नये कुलपति की नियुक्ति के लिये राजभवन ने विज्ञापन भी जारी कर दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि अब नये कुलपति ही विद्यािर्थयों को मार्कशीट आवंटित करा सकेंगे। मार्कशीट के अभाव में विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट के साथ रिसर्च स्कालरशिप तक अटकी हुई है। कई बार गुहार लगाने के बाद भी विद्यार्थियों को मार्कशीट नहीं मिल सकी हैं। अब विद्यार्थियों ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को अर्जी देकर मार्कशीट की मांग करेंगे।
कहां हुई मिस्टेक
बीयू ने परीक्षा कराकर एजेंसी को मर्कशीट प्रिंट करने का अदेश दे दिया। एजेंसी ने मार्कशीट में विद्यार्थियों के नामांकन के स्थान पर कोर्सवर्क परीक्षा का रोल नंबर अंकित कर दिया है। इससे एक मार्कशीट में दो-दो रोल नंबर अंकित हो चुके हैं। नामांकन नहीं होने पर मार्कशीट को फर्जी घोषित किया जा सकता है। विद्यार्थियों को मार्कशीट आवंटित होना थी, लेकिन मिस्टेक पकड में आने के बाद उसे संशोधित करने एजेंसी को भेजा गया, तो उसने भेजे गये डाटा के हिसाब से मार्कशीट कहने की बात कहकर अपना पल्ला छुडा लिया है। अब बीयू अधिकारी मार्कशीट पर रोल नंबर के साथ नामांकन नंबर प्रिंट करने की व्यवस्था में लगे हुये हैं।