सुकमा। जिले के गोलमपल्ली तोयापारा निवासी पुजारी मड़कम जोगा की बीती रात कोंटा एरिया कमेटी के नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाकर धारदार हथियार से परिवार के सामने ही क्रूरता की सभी हदे पार करते हुए हत्या कर दी। नक्सली अब निर्दोष ग्रामीणों की हत्या कर दहशत के अपने साम्राज्य के वजूद का प्रर्दशन कर रहे हैं। नक्सली हत्या की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम आज सुबह मौके पर पहुंचकर कार्यवाही उपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
मृतक के परिजनों के अनुसार गोलमपल्ली तोयापारा निवासी मड़कम जोगा उम्र 45 वर्ष गांव मे ही किराने की दुकान लगाने के साथ ही गांव के मंदिर का पुजारी भी है, बीती रात मड़कम जोगा अपनी पत्नी, पुत्र-पुत्रि के साथ घर में था, इसी दौरान 08 से 10 नक्सली ग्रामीण वेषभूषा में घर में आये, और परिजनों के सामने ही धारदार हथियार से हत्या कर दिया, इसके अलावा नक्सलियों ने जाने से पहले परिवार के लोगों को रस्सी से बांधकर चले गए, परिजनों ने किसी तरह अपने आप को खोलकर पुलिस को इसकी सूचना दी, जहां मामले की जानकारी लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर शव को पीएम के लिए ले गए, वहीं पुलिस को मौके से एक पर्चा भी मिला, नक्सली पर्चे में मृतक पुजारी मड़कम जोगा पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए हत्या करने की बात कही है।
सुकमा एसपी सुकमा सुनील शर्मा ने बताया कि मृतक का गांव का पुजारी होने के साथ ही किराना दुकान संचालित करता था। उस पर लगाये गए मुखबीरी के आरोप निराधार है, वह पुलिस का कोई भी मुखबिर नही था, देखा जाए तो नक्सलियों के टीओसी के दौरान नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ है, जिससे बौखलाए नक्सली आमजनों की हत्या कर पुलिस मुखबिर का आरोप मढ़ दिया। नक्सलियों द्वारा हमेशा से गरीब आदिवासियों को सताने के साथ ही उनकी हत्या कर उन पर मुखबीरी का झूठा आरोप लगा देते हैं। पुलिस को मृतक के घर से मिले पर्चे में कोटा एरिया कमेटी ने इस हत्या को करना स्वीकार किया है, पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।