रायपुर। केन्द्रीय आयकर विभाग की टीम ने आज राजधानी रायपुर में एक साथ कई रसूखदारों के निवास, कार्यालयों में एक साथ दबिश दी है। बताया जाता है कि जांच का केन्द्र बिंदु राजनीतिक फंडिंग है। अब तक करीब 8 बड़े लोगों के नाम सामने आ चुका है जिनके यहां आयकर विभाग जांच-पड़ताल कर रही है।
केन्द्रीय आयकर विभाग की टीम ने गुरूचरण सिंह होरा, महापौर एजाज ढेबर, डा. ए. फरिश्ता, श्रीमती टूटेजा, कारोबारी पप्पू भाटिया, सीए कमलेश जैन, सीए संजय संचेती सहित अन्य लोगों के नाम शामिल है। आयकर विभाग की टीम ने इन सभी लोगों के निवास, कार्यालयों में आज सुबह एक साथ दबिश दी है। आयकर विभाग की यह कार्यवाही इतनी गुप्त थी कि इसकी भनक लोकल पुलिस तक को नहीं लगी। विभाग ने जब कार्यवाही शुरू की इसके बाद पुलिस को आयकर विभाग द्वारा दबिश दिए जाने की जानकारी मिली। इसके बाद ही पुलिस को इन मौकों पर बुलाया गया। बताया जाता है कि टीम अलग-अलग वाहनों में पहुंची और इन वाहनों में अलग-अलग विभागों के स्टीकर लगा हुआ था ताकि किसी को भी आयकर विभाग के पहुंचने की भनक न लग सके। समाचार लिखे जाने तक सभी जगह जांच कार्यवाही जारी थी, बताया जाता है कि इसके अलावा कुछ और जगहों पर भी आयकर विभाग की टीम जांच कार्यवाही कर रही है।
500 अधिकारियों की बड़ी टीम कर रही जांच
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, महापौर एजाज ढेबर, शराब कारोबारी अमोलक भाटिया, होटल कारोबारी गुरूचरण होरा, संजय संचेती, मीनाक्षी टुटेजा, कमलेश जैन,आबकारी विभाग के ओएसडी ए पी त्रिपाठी, सीए अजय सिंधवानी के ठिकानों पर पड़े छापे में इंकम टैक्स समेत विभिन्न एजेंसियों के करीब पांच सौ अधिकारी-कर्मचारी शामिल किए गए हैं। स्थानीय स्तर पर पुलिस का सहयोग लेने की बजाए सेंट्रल पैरा मिलिट्री फोर्स सीआरपीएफ के 200 जवानों को तैनात किया गया है। सूचना पाकर पहुंची स्थानीय पुलिस को भी इस मामले में दखल दिए जाने से सख्ती से रोका जा रहा है।
सुबह 7 बजे ही पहुंच गयी थी ठिकानों पर
खबर से होटलों में रूकी कई अफसरों की टीम निकलकर ठिकानों पर सुबह 7 बजे तक पहुंच चुकी थी, लेकिन आते के साथ घुसने की कोशिश अफसरों ने नहीं की….बंगले में तैनात लोगों और आसपास के लोगों से बात करने के बाद दबिश की प्रक्रिया शुरू हुई। जिस अंदाज में कारोबारियों के बारे में लोगों से जानकारी इकट्ठा करायी गयी, उससे साफ है कि टीम ये इत्मिनान होना चाहती थी, कि जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी है, वो घर के अंदर ही मिले।
पहली बार अफसर निशाने पर
पहली बार अफसरों को छत्तीसगढ़ में आईटी टीम के निशाने पर आते देखा गया है। फिर बात पूर्व चीफ सिकरेट्री की हो या फिर आबकारी विभाग के ओएसडी अरूणपति त्रिपाठी हो या फिर ब्यूटी पार्लर संचालिका, जिनके पति IAS अफसर हों।
कई CA के ठिकानों पर भी छापा
पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अफसरों के अलावे चार्टर एकाउंटेंट के खिलाफ भी आईटी की टीम ने दबिश दी है। अभी तक 4 से ज्यादा चार्टर एकाउंटेंट के ठिकानों पर कार्रवाई हो रही ही है। सीए संजय संचेती, सीए अजय सिंधवानी सहित कई अन्य सीए के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है। ये कार्रवाई बताती है कि इन चार्टर एकाउंटेंट के जरिये उनके क्लाइंट के राज खोले जा सकते हैं।