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कलेक्टर और SP का हो गया ट्रांसफर…पर 7 वर्षो से जमे स्वास्थ्य विभाग के DPM पर शासन मेहरबान…? स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को आका बताने वाले संविदाकर्मी की मनमानी पर राज्य शासन का नहीं हैं अंकुश…मुख्यमंत्री से कांग्रेसियों, पत्रकारों सहित अन्य संगठनों ने की हैं लिखित शिकायत…

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स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के नाम पर धौंस दिखाने वाले स्वास्थ्य विभाग के DPM उत्कर्ष तिवारी की मुख्यमंत्री से शिकायत के 4 महीने बाद भी नहीं हुई कार्यवाही…

कार्यकाल की सूक्ष्मता से जांच एवं ट्रांसफर करने की, की गई थी मांग…

CMHO कार्यालय में कई वर्षों से कुंडली मार बैठे इस संविदा-कर्मी से सभी हलाकान…

स्वतंत्र तिवारी – 9752023023

रायपुर-मुंगेली/ सीएमएचओ कार्यालय मुंगेली में कई वर्षों से पदस्थ जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी की कार्यशैली और तानाशाही रवैये से पूरे विभाग के अलावा, जिले की जनता भी परेशान हैं, शिकायतकर्ताओं ने बताया कि DPM पहले भाजपा कार्यकाल में जमकर मलाई खाये और अब कांग्रेस सरकार में भी खूब मलाई खा रहे हैं, उसके बाद भी सत्ता परिवर्तन होने पर शिकायतें मिलने पर भी राज्य शासन द्वारा कोई जांच एवं कार्यवाही नहीं की जा रही। सीएमएचओ दफ्तरों में कई वर्षों से एक ही कुर्सी पर जमें संविदाकर्मी जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी के काले कारनामों की लिखित शिकायत कुछ महीने पहले ही कांग्रेसियों, पत्रकारों और अन्य संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री से की गई थी, जिसमें DPM उत्कर्ष तिवारी के पदस्थापना कार्यकाल की जांच और उनके तत्काल ट्रांसफर की मांग की गईं थी, परंतु मुख्यमंत्री से शिकायत होने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई हैं जिसके चलते कांग्रेसियों, पत्रकारों और जनता में काफी आक्रोश हैं, जो भविष्य में आंदोलन का रूप ले सकता हैं। जानकारों के मुताबिक किसी भी अधिकारी का एक जिले में अधिकतम तीन वर्ष के लिए कार्यकाल रहता है मगर मुंगेली जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दफ्तर में सीएमएचओ कई आए और गए, मगर एक मोटी मलाई वाला पद ऐसा है जिसके पास सिर्फ करोड़ो रुपयों के आबंटन और खर्च की रुपरेखा अपने हिसाब से बना वर्षो से टिके हुए है। विभागीय प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी संविदा पद पर ही पदस्थ हैं परंतु स्वास्थ्य विभाग का पूरा संचालन इनके ही इशारों पर चलता हैं, इसका कारण बताया जाता हैं कि भाजपा कार्यकाल में एक भाजपा नेत्री के पारिवारिक सदस्य होने के कारण ये शुरू से अपनी मनमानी करते आये हैं, साथ ही वर्तमान में क्षेत्र-विशेष से होने के कारण स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के नाम से अपनी धाक जमाने नहीं चूकते, और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को अपना आका बताते फिरते हैं। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी मजबूरी में जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाते क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के करीबी होने का दावा इस संविदा कर्मी जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी द्वारा किया जाता है, बताया जाता है कि जिला कार्यक्रम प्रबंधक उत्कर्ष तिवारी भी स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र से ही है, जिससे मुंगेली स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों में एक डर का माहौल बना हुआ है। जिसके कारण कोई खुलकर बोलने तैयार नहीं हैं, जो भी हो पर इससे भूपेश सरकार की किरकिरी तो हो ही रही है।
इसमें सबसे दिलचस्प बात यह भी देखने को मिला कि भाजपा शासन के जाने और कांग्रेस शासन के आने के बाद भी इस अधिकारी के व्यवहार, तासीर और भ्रष्ट रवैय्ये में कोई फर्क नही पड़ा है साथ ही संबंधित अधिकारियों से सांठगांठ कर अनेको फर्जी नियुक्ति, अनियमितता पूर्ण खरीदी के शिकायतों की ढेर लगी हुई है जिसकी शिकायत भी हुई है। बावजूद इस अधिकारी पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी हैं, उक्त सारी बातों को लिखित शिकायत में उल्लेख किया गया हैं। इसके साथ ही एक सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा भी DPM पर आरोप लगाया गया हैं। जिसका VDO दैनिक भारत-भास्कर के पास सुरक्षित हैं।
मुंगेली के नेताओं, समाजसेवकों और पत्रकारों का कहना है कि मुंगेली स्वास्थ्य विभाग में DPM की निगरानी में जितने भी कार्य संपादित हुए, या बिलों का भुगतान हुआ, केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का कियान्वयन हुआ उन सभी की सूक्ष्मता से जांच की जानी चाहिए, हालांकि इसकी मांग मुख्यमंत्री से की गई हैं परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। अब प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से लिखित शिकायत की तैयारी हैं, साथ ही हाल ही में अभी मुख्यमंत्री भुपेश बघेल का मुंगेली जिला आगमन लंबित हैं जहाँ स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ DPM उत्कर्ष तिवारी की पुनः शिकायत करने की जानकारी मिली हैं। स्वास्थ्य महकमा यदि चंद समय इनके विरुद्ध भ्रष्टाचार की शिकायतों को संज्ञान में लेकर कोई सूक्ष्म जांच या कार्यवाही करे तो मुंगेली मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में वर्षो से हो रहे अनियमितता, भ्रष्टाचार के बहुत सारे और बड़े मामले सामने आ सकते है ?
मुंगेली में यह चर्चा का विषय बना हुआ हैं कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का कुछ महीने पहले ही ट्रांसफर हुआ हैं पर मुख्यमंत्री से शिकायत के 4 महीने बाद भी स्वास्थ्य विभाग के DPM का ट्रांसफर नहीं हुआ….आखिर क्यों ?

पत्रकारों द्वारा पूर्व में मुख्यमंत्री के नाम की गई शिकायत
कांग्रेस द्वारा पूर्व में मुख्यमंत्री के नाम की गई शिकायत