जगदलपुर। जिले सहित प्रदेश भर के मनरेगा महासंघ ने अब हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौटने का निर्णय लिया है। हालांकि प्रदेश भर के 21 मनरेगा जिला सहायक परियोजना अधिकारी की बहाली अब तक सरकार ने नहीं की है। शासन ने मनरेगा कर्मचारियों के ड्यूटी ज्वाइन करने पर ही जिला सहायक परियोजना अधिकारी को बहाल करने की बात कही गई है। इस पर प्रदेश मनरेगा महासंघ ने काम पर वापस लौटने का फैसला लिया है।
संघ ने हड़ताल स्थगित किया, पर अपने अधिकारियों की बर्खास्तगी निरस्त करने पर ही काम पर लौटने की बात कही थी। संघ का कहना है कि यदि अधिकारियों की बहाली ड्यूटी ज्वाईनिंग करने के बाद भी नहीं की जाती है, तो फिर से आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
गौरतलब है कि 4 अप्रैल से जिले के एपीओ, पीओ, इंजीनियर, आॅपरेटर, क्लर्क, एकाउंटेंट, लेखापाल और सैकड़ों रोजगार सहायक हड़ताल पर थे। हड़ताल की वजह से जिले का प्रभार लोक सेवा आयोग से चयनित अधिकारियों को दिया गया था। परंतु मनरेगा कार्यों में कोई गति नहीं आ रही थी, ऐसे राज्य सरकार की प्रदेश स्तर पर किरकिरी होता देख मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रतिनिधि मण्डल को बातचीत के लिए भेजा गया। जिसका नेतृत्व उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने करते हुए मनरेगा संघ की मांग को तीन माह में पूर्ण करने का आश्वासन दिया है, इसके साथ ही बर्खास्त किए गए 21 जिला सहायक परियोजना अधिकारी की बहाली की मांग भी शामिल है।