नई दिल्ली। उदयपुर नव संकल्प के साथ वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन का लक्ष्य हासिल करने के लिए कांग्रेस सभी को साथ लेकर चलेगी। पार्टी असंतुष्ट नेताओं में शामिल कई वरिष्ठ नेताओं को राज्यसभा भेज सकती है। ताकि, आगामी विधानसभा और लोकसभा में एकता का संदेश जाए। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, गुलाम नबी आजाद को राजस्थान और आनंद शर्मा को हरियाणा से राज्यसभा भेजा जा सकता है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम इस बार महाराष्ट्र के बजाए तमिलनाडु से राज्यसभा जा सकते हैं। पार्टी मध्य प्रदेश से किसी युवा नेता को राज्यसभा भेजने की तैयारी कर रही है।
राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव
राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। इनमें कांग्रेस के पास फिलहाल आठ सीट हैं। अपनी संख्या बरकरार रखने के लिए पार्टी सहयोगी दलों से चर्चा कर रही है। पार्टी को सबसे ज्यादा उम्मीद राजस्थान से है। राजस्थान में चार में से दो सीट मिलनी तय है। निर्दलियों के साथ तीसरी सीट भी जीत सकती है।
हरियाणा में एक सीट जीत सकती है कांग्रेस
वहीं, हरियाणा में दो में से एक सीट कांग्रेस जीत सकती है। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस और भाजपा को एक-एक सीट मिलेगी। छत्तीसगढ़ में भी एक-एक सीट मिलने की उम्मीद है। झारखंड में जेएमएम एक सीट कांग्रेस को दे सकती है। वहीं, तमिलनाडु में डीएमके एक सीट कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है।
महाराष्ट्र में छह सीटों पर चुनाव
महाराष्ट्र में छह सीटों पर चुनाव हैं। इनमें भाजपा को दो और तीन सीट गठबंधन को मिलनी तय है। एक सीट के लिए मुकाबला हो सकता है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आजाद को राजस्थान से राज्यसभा भेजा जा सकता है। वहीं, आनंद शर्मा हरियाणा से राज्यसभा में आ सकते हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद आनंद शर्मा के नाम की वकालत की है। हालांकि, कुमारी शैलजा और अजय यादव सहित कई नेता राज्यसभा के लिए दावेदारी कर रहे हैं। पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि कांग्रेस हरियाणा से हुड्डा के पसंद के उम्मीदवार को ही टिकट देगी।