नई दिल्ली। कोरोना की चौथी लहर(fourth wave of corona) की आशंका के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे। कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ यह पहली मीटिंग है। बता दें कि पांच राज्यों-हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पॉजिटिविटी रेट बढ़ी है। कुछ राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 5% से अधिक है। इनमें दिल्ली, हरियाणा और केरल शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) की गाइडलाइन के अनुसार 5% से अधिक रेट होने का मतलब है कि कंट्रोल से बाहर है। अगर दुनियाभर की बात करें, तो ओवरऑल चीन और यूरोप में महामारी अनकंट्रोल में है।
बच्चों में वैक्सीनेशन तेज
बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने की कोशिशों के बीच DCGI ने 6 से 12 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दे दी है। बता दें कि इससे पहले 12 से 15 साल तक के बच्चों के लिए वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी थी। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने भारत बायोटेक से कोविड-19 वैक्सीन Covaxin को 2-12 साल की उम्र के बच्चों को लगाने के लिए डेटा मांगा था। इसे इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल गई है। देश में इस समय 12-14 साल की उम्र के बच्चों को कॉर्बेवैक्स की वैक्सीन दी जा रही है। 15-18 साल की उम्र के बच्चों के लिए 3 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू किया गया था।
वैक्सीनेशन ही संक्रमण से बचाएगा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA national Task Force research) की एक रिसर्च के अनुसार, देश में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज (Covid 19 Booster dose) लेने वालों में से 70 प्रतिशत लोगों को तीसरी लहर में संक्रमण नहीं हुआ। यह रिसर्च इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA national Task Force research) की नेशनल टास्क फोर्स के सह अध्यक्ष डॉक्टर राजीव जयदेवन के नेतृत्व में यह अध्ययन 6,000 लोगों पर किया गया। यही वजह है कि केंद्र सरकार वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज पर जोर दे रही है।