मॉस्को। रूस और यूक्रेन युद्ध को अब 38 दिन हो चुके हैं। मॉस्को की कार्रवाई ने यूक्रेन को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। वहीं पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से रूस भी दबाव में है। अब रूस ने घोषणा की है कि जब तक पश्चिमी प्रतिबंध हटा नहीं लिए जाते, वह अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर सहयोग नहीं करेगा। देश की स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख ने कहा कि वह स्पेस स्टेशन पर नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी जैसे अपने भागीदारों के साथ काम नहीं करेंगे।
रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोज़िन ने ट्विटर पर इसका खुलासा किया। उन्होंने कहा कि वह क्रेमलिन को मौजूदा प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए एक टाइम-टेबल प्रस्तुत करेंगे। रोगोज़िन का यह फैसला रोस्कोस्मोस की कई धमकियों और प्रोजेक्ट्स में देरी और निलंबन के बाद आया है। यूक्रेन पर हमले के बाद पुतिन से जुड़े कुलीन वर्गों के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंधों की एक लहर आई है। प्रतिबंधों से बौखलाए रूस ने इससे पहले आईएसएस को उड़ाने की धमकी दी थी।
‘रूस को बर्बाद करने के लिए लगाए गए प्रतिबंध’
रोगोज़िन ने ट्विटर पर एक थ्रेड में कहा, ‘अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और जापान के प्रतिबंधों का उद्देश्य हमारे उद्दमों की वित्तीय, आर्थिक और उत्पादन गतिविधियों को बाधित करना है।’ उन्होंने कहा कि ये प्रतिबंध रूस की अर्थव्यवस्था को खत्म करने, हमारे लोगों को निराशा और भूख में डुबोने और घुटनों पर गिराने के लिए लगाए गए हैं। यह स्पष्ट है कि वे ऐसा नहीं कर पाएंगे लेकिन उनके उद्देश्य साफ हैं।
रोगोज़िन ने लिखा, ‘इसलिए मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन और अन्य संयुक्त परियोजनाओं में सहयोगियों के बीच सामान्य संबंध तभी बहाल हो पाएंगे जब अवैध प्रतिबंध पूरी तरह और बिना किसी शर्त के हटाए जाएं।’ इससे पहले रोगोज़िन ने कहा था कि अगर रूस ने अपनी परियोजनाओं को बंद किया तो ‘आईएसएस को कौन बचाएगा?’
ISS को धरती पर गिरने से बचाएंगे एलन मस्क
उनको जवाब देते हुए दुनिया के सबसे अमीर शख्स अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने कहा था, ‘स्पेसएक्स’। एक ट्विटर यूजर ने मस्क से पूछा कि क्या इसका मतलब यह है कि स्पेसएक्स आईएसएस को धरती पर गिरने से बचाएगी? जवाब में मस्क ने कहा, ‘हां’। कुछ दिनों पहले तीन रूसी अंतरिक्षयात्री पीले और नीले स्पेस सूट में आईएसएस पर पहुंचे थे जिसे यूक्रेन के समर्थन के तौर पर देखा जा रहा था।