भोपाल
मध्य प्रदेश में पुलिस में तेजी से बढ़ती महिलाओं की संख्या के साथ ही अब वे भी अपनी ताकत का एहसास गुंडे बदमाशों को करने लगी है। वहीं अब प्रदेश की 1000 महिला पुलिसकर्मी दंगाइयों को खरीदने के लिए ट्रेंड होगी।
हालांकि अभी जो उन्हें ट्रेनिंग मिलती है, उसमें भी वे दंगाइयों और गुंडे बदमाशों को खरीदने की पूरी क्षमता रखती हैं अब प्रदेश पुलिस मुख्यालय आवश्यकता पड़ने पर दंगाइयों को नियंत्रित करने में पहले की तुलना में महिला बल्कि मदद ज्यादा संख्या में ले सकता है।
पुलिस मुख्यालय जल्द ही दंगा नियंत्रित में उपयोग और सुरक्षा में काम आने वाली सामग्री खरीदने जा रहा है। इसमें 1000 महिला बल के लिए भी यह सामग्री खरीदी जा रही है पुलिस मुख्यालय की प्रबंधन शाखा 5000 के पुलिस बल के लिए सामग्री खरीद रहा है। जिसमें से 1000 महिला बल के लिए यह सामान खरीदा जाएगा।
इसमें महिला पुलिस बल को दंगाइयों को खदेड़ने के लिए मैदान में उतरने से पहले उनकी सुरक्षा के लिए हेलमेट फुल बॉडी प्रोटेक्शन पॉलिकार्बोनेट सीट और पॉलिकार्बोनेट लाठी चाहिए होती है। यह सभी सामग्री पुलिस मुख्यालय खरीदने जा रहा है जिसमें विशेष तौर पर 1000 महिलाओं के लिए सामग्री खरीदी जा रही थी यह सामग्री जिलों में भेजी जाएगी जहां पर महिला पुलिस बल के अनुपात में उन्हें यह किट दिया जाएगा इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर उन्हें दंगाइयों से निपटने के लिए तैनात किए जाने वाले बाल में उपयोग किया जाएगा। यह कद अगस्त सितंबर तक जिलों में पहुंचने की संभावना है।
एमपी में 10% भी नहीं है महिला बल
मध्य प्रदेश में पुलिस बल का 10% भी महिला बाल नहीं है जितना महिला बाल है उसका 10% से ज्यादा की सामग्री की खरीदी होने वाली है। प्रदेश में करीब 9000 महिला पुलिस बल महकमें में है। यह स्थिति तब है जब पिछले कई सालों से पुलिस भर्ती में महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जा रहा है इससे पहले प्रदेश पुलिस बल में महिलाओं की संख्या बहुत कम थी आरक्षण मिलने के बाद इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अब प्रदेश में लगभग 9000 का महिला पुलिस बल है।