रायपुर। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव के बीच छत्तीसगढ़ से 50 से अधिक युवा यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए हुए हैं और इस तनाव में वे वहां फंस गए हैं। केंद्र सरकार ने दोनों देशों के राष्ट्रपति से अपील की है कि वे शांतिपूर्वक मामला को सुलझाए, लेकिन रुस की सेना यूक्रेन पर हमले की तैयारी में पूरी तरह से जुट गई हैं। यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास के अधिकारी सभी भारतीयों पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं केंद्र सरकार ने भारतीयों को यूक्रेन से लाने के लिए विशेष विमान रवाना किया। वहीं छत्तीसगढ़ से 50 अधिक जो युवा यूक्रेन में फंसे हैं उनके परिजन चिंतित हैं और फोन कर हालत की जानकारी ले रहे हैं। बता दें कि एमबीबीएस करने के लिए युवाओं की पहली पसंद यूक्रेन है क्योंकि छह साल की पढ़ाई का खर्च लगभग 30 से 40 लाख पड़ता है।
यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों और लोगों के लिए मदद की कोशिश शुरू हो गई है और छत्तीसगढ़ सरकार ने नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में यूक्रेन मामलों के लिए एक हेल्पडेस्क भी शुरू कर दिया है और गणेश मिश्रा को नोडल अधिकारी बनाते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ के लोगों की मदद करने की जिम्मेदारी दी गई हैं।
मुख्यमंत्री सचिवालय के अफसरों ने बताया गणेश मिश्रा नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन से अपनी मदद संबंधी गतिविधियों का संचालन करेंगे। उनसे लैंडलाइन 01146156000 और मोबाइल नंबर 9997060999 से संपर्क किया जा सकता है। यूक्रेन हेल्पडेस्क का एक फैक्स नंबर 01146156030 भी जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था, यूक्रेन में फंसे प्रदेश के लोगों को निकालने के लिए सरकार विदेश मंत्रालय के लगातार संपर्क में हैं।