बीजापुर। जिले के कुटरू में स्थित पोटाकेबिन में पदस्थ शिक्षक अनिल चिडियम की 20 फरवरी को कुटरू से 5 किलोमीटर दूर पाता कुटरू में अज्ञात लोगों के द्वारा तेज धार धार हथियार से माओवादियों की तर्ज पर हत्या कर दिया गया था । घटना के तीन दिनों बाद माओवादियों द्वारा पर्चा जारी कर शिक्षक की हत्या से इंकार कर दिया है । वहीं माओवादियों ने परिजनों से अनुरोध किया है कि यदि आपको शक है तो जनता से जांच करवा लें। कुटरू के पोटाकेबिन में पदस्थ शिक्षक अनिल चिडियम किसी कार्य से 20 फरवरी को पाता कुटरू गया हुआ था, जंहा उसकी निर्ममतापूर्वक हत्या कर शव को सड़क पर फेंक दिया गया था । घटना को लेकर पुलिस पहले से ही सन्देह जता रही थी, चूंकि हत्या करने का तरीका माओवादियों की तरह था, जिसकी वजह से माओवादी घटना से इंकार भी नही किया जा सकता था । इस घटना के बाद 22 फरवरी को माओवादी पर्चा जारी कर शिक्षक की हत्या से इंकार करते हुए किसी अन्य के द्वारा हत्या किए जाने की बात करते हैं । वहीं माओवादियों द्वारा परिवार से अनुरोध किया है कि यदि आपको थोड़ा भी शक है तो जनता के समक्ष जांच करा सकते हैं ।
जिले में पिछले कुछ महीनों से माओवादियों के नाम से धमकी और हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है । नेलसनार के शिक्षक महेंद्र तर्मा की हत्या भी माओवादियों के तर्ज पर कर दिया गया था, जिसका माओवादियों द्वारा खंडन किया गया था, कुछ समय के बाद पुलिस ने जांच करते हुए हत्या पैसे की लालच की वजह से किये जाने का खुलासा किया था । इसी तरह भोपालपटनम क्षेत्र में 15 पत्रकारों को पर्चा के माध्यम से माओवादियों के नाम से धमकी दिया गया था, जिसका भी माओवादियों द्वारा खंडन किया गया । अब कुटरू के शिक्षक की हत्या मामले में भी माओवादियों ने खुद का हांथ होने से इंकार कर दिया है । इन घटनाओं से ऐसा लग रहा है कि कुछ स्वार्थी तत्व माओवादियों के नाम से घटनाओं को अंजाम देकर क्षेत्र में भय और दहशत फैला कर अपना उल्लू सीधा करने का प्रयास कर रहें है । ऐसे स्वार्थी तत्वों का खुलासा होना अतिआवश्यक है अन्यथा आने वाले समय मे और भी घातक परिणाम सामने आ सकते हैं ।