Home छत्तीसगढ़ बसंत पंचमी पर सजी गीत-संगीत की महफिल

बसंत पंचमी पर सजी गीत-संगीत की महफिल

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संगीतज्ञ स्व. हिरवानी जी को गायन वादन कर दी गई सुर-श्रद्धांजलि
देररात लोगों ने उठाया लुत्फ
डोंगरगांव।
कला की देवी मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस बसंत पंचमी के अवसर पर लोक कलाकारों एवं संगीत सुधियों का गढ़ डोंगरगांव में गीत-संगीत की महफिल सजाई गई तथा क्षेत्र के जाने-माने संगीतज्ञ परसराम हिरवानी जी को सुर-श्रद्धांजलि अर्पित कर पुण्य स्मरण किया गया। कार्यक्रम को शुभारंभ पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिनेश गांधी, कवि पवन जैन प्रेमी, कवि/ साहित्यकार एवं लोक संगीतकार आत्माराम कोशा ‘अमात्य, स्वर्गीय हिरवानी के सुपुत्र गुलशन हिरवानी, वरिष्ठ नागरिक पन्ना लाल गुप्ता, स्वरूपचन्द जैन आदि के द्वारा मां सरस्वती का पूजन व दाऊ परसराम हिरवानी के तैल चित्र के समक्ष ज्योति प्रज्जवलन एवं माल्र्यापण कर किया गया। इसके पश्चात सुप्रसिद्ध लोक गायक हिरवानी ने ज्ञान की देवी मां सरस्वती को राग यमन में या… कुन्देन्दुु तुषार हार धवला का गान कर प्रथम पुष्प अर्पित किया, तत्पश्चात लोक गायिका सुश्री दुर्गा सिन्हा व श्री हिरवानी द्वारा एक से बढकऱ एक गीत गजल व छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति देकर सुर-सरिता की धारा बहाई। इस दौरान हारमोनियम पर श्री कोशा, व्येंजो व आर्गन पर गोंविद साव लोक वादय मोहरी व बांसुरी पर सतीश सिन्हा व तबले पर भागवत सिन्हा ने संगत की। श्री कोशा ने स्व. दाऊ परसराम हिरवानी जी का पूण्य स्मरण करते हुए कहा कि ‘नाचा के पुरोधा दाऊ मंदराजी द्वारा स्थापित संगीतिक बैठकी परम्परा का दाऊ हिरवानी जी बखूबी निर्वहन करते आ रहे थे। उनके निवास स्थान पर संगीतिक बैठकी सजा करती थी। राग देश की बंदिश ‘मोहन मतवारी रे झूम-झूम आए उनकी पसंदीदा गीत हुआ करते थे लोक संगीत कार खुमान साव ‘आज गोरा हुआ रे बैरागी गा कर समा बांध दिया करते थे। वही नाचा के सुप्रसिद्ध कलाकर लालू बाबा की ‘तस्वीर तेरा दिल मेरा बहला न सकेगी गाकर अच्छे-अच्छे तब लिस्टो को चौकाने के लिए मजबूर कर देते थे। श्री कोशा ने संगीतज्ञ स्व. हिरवानी जी को ‘जे ही विधि रखे राम वे ही विधि रहिबो भजन गाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में उपस्थित कवि पवन जैन ‘प्रेमी ने वासंतिक काव्य रचना प्रस्तुत कर जमकर तालिया बटोरी वही श्री कोशा ने श्रृंगारिक रचना ‘झन रेंगे कर इतरा के सुनाकर माहौल को तरंगता दी। देर रात तक सुर की बही फुहारों के बीच जमी रही इस सांगीतिक महफिल के कलाकारों का सम्मान स्व. हिरवानी के सुपुत्र गुलशन हिरवानी व उनके परिवार वालों द्वारा हार-फूल पहना कर किया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से डोंगरगांव के वरिष्ठ नागरिक राजेश पिंटू जैन, राम किशन माहेश्वरी, राम कुमार गुप्ता, हेमंत चोपड़ा, धनराज ठाकुर, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, टीकाराम राजपूत मंगतु यादव, गिरजा शंकर नवनीत अहीर, मनोज हेमनानी, महेश गुप्ता, दीपक शर्मा, राजीव गांधी मनीष बोहरा संजय बब्बू सेन, कौशल नारायण साहू, सुबोध सिल्लु जैन अधिवक्ता रमेश हिरवानी, पाठक, रमेश हिरवानी प्रदीप जैन, इन्दू हिरवानी, प्रेम गोस्वामी (पत्रकार), सहित बड़ी संख्या में गीत-संगीत के सुधिजन उपस्थित थे। जिनका आभार प्रदर्शन संगीत संध्या के आयोजक गुलशन हिरवानी (पूर्व पार्षद) ने किया।