Home छत्तीसगढ़ बीएसएनएल में कर्मचारियों का टोटा, बिल जमा करने में भारी परेशानी

बीएसएनएल में कर्मचारियों का टोटा, बिल जमा करने में भारी परेशानी

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कैश काउंटर है बंद, ऑनलाइन पेमेंट का सहारा
कोरबा।
बीएसएनएल ने देशभर में 35 साल की सेवा दे चुके कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) लागू की थी। इसमें जिले में कार्यरत 46 अधिकारियों-कर्मचारियों में से 28 ने वीआरएस ले लिया है जिसका साइड इफेक्ट दिखने लगा है। उपभोक्ताओं का बिल जमा नहीं हो पा रहा है। जिला मुख्यालय स्थित कैश काउंटर में ताला लटका हुआ है।
वीआरएस बाद शहर समेत बालको, कुसमुंडा, जमनीपाली एक्सचेंज में काम प्रभावित है। अधिकारियों-कर्मचारियों के कमी से जहां अधिकांश काउंटर व टेबल खाली हो गए है। वहीं जो अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं। उनपर दबाव बढ़ गया है। शहर के टेलीफोन एक्सचेंज में कैश काउंटर सह शिकायत काउंटर ही बंद हो गया है। जिससे लैंडलाइन फोन व ब्राडबैंड कनेक्शन समेत पोस्टपैड मोबाइल के लगभग 10 हजार उपभोक्ता मासिक बिल भुगतान के लिए भटक रहे हैं। अन्य एक्सचेंज पर भी बिल भुगतान के लिए उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। सभी एक्सचेंज में मौजूद अधिकारी उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल पेमेंट करने का विकल्प बता रहे हैं।
बताया जाता है कि अधिकारियों-कर्मचारियों के वीआरएस के बाद जो परेशानी आ रही है उसे जल्द दूर कर लिया जाएगा। आउट सोर्सिंग से कर्मचारियों की नियुक्ति होगी। वर्तमान में बिल भुगतान के लिए आने वाले उपभोक्ताओं को ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
बीएसएनएल के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में शहरी व उपनगरीय क्षेत्र में लैंडलाइन व ब्रांड बैंड उपभोक्ता हैं। जिनकी संख्या 3 हजार है। इसके अलावा बीएसएनएल के मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या करीब 2 लाख है। जिसमें 10 हजार पोस्टपैड के उपभोक्ता हैं। ऐसे में इन उपभोक्ताओं को सुविधाएं प्रभावित होने की भी आशंका है।
अधिकारियों ने निहारिका स्थित टेलीफोन एक्सचेंज में एक कर्मचारी को वहां आने वाले उपभोक्ताओं के बिल भुगतान के लिए मोबाइल से ऑनलाइन पेमेंट करने की जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन मैनुअल की तरह रसीद नहीं मिलने कारण उपभोक्ता भुगतान करने में संकोच कर रहे हैं। अधिकारी के मुताबिक उपभोक्ताओं के बताए गए नंबर पर भुगतान संबंधी मैसेज कुछ देर में पहुंच जाता है।