मुंगेली/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में एक संविदा कर्मी पूरे स्वास्थ्य विभाग की कमान संभाले हुए हैं क्योंकि स्वास्थ्य विभाग मुंगेली में आपको सूचना के अधिकार के तहत इस संविदा कर्मी व उसके शाखा से जुड़ी कोई भी जानकारी नहीं दी जाएगी, क्योंकि इस संविदा कर्मी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक का पूरा कंट्रोल CMHO दफ्तर और अधिकारियों, कर्मचारियों पर हैं जिसके चलते ये विभागीय अनियमितताओं को अंजाम देने कोई कसर नहीं छोड़ते, और ऐसा लगता हैं मानों इनके विभाग की फाइलें व जानकारियां किसी तहखाने में छुपा दी जाती हैं, क्योंकि जानकारी न देना अपने आप में संदेहास्पद हैं इससे भ्रष्टाचार की बू आती हैं।
अभी हाल ही में आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय कार्यालय में पदस्थ समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों के नाम, पदनाम, योग्यतायें, वेतन और पदस्थापना दिनांक सहित संपूर्ण जानकारियों की सत्यापित सत्यप्रतिलिपि प्राप्त करने सूचना के अधिकार के तहत आवेदन किया गया था, जनसूचना अधिकारी द्वारा भ्रामक और अधूरी जानकारी दी गई, इसके बाद प्रथम अपीलीय अधिकारी कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला – मुंगेली छग के समक्ष प्रथम अपील किया गया। उसके बाद भी प्रथम अपीलीय अधिकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा सही जानकारी नहीं दी गई, CMHO ने 2 पृष्टों में जानकारी उपलब्ध कराई गई जिसमें प्रथम पेज पर अपने कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों के नाम, पदनाम, योग्यता, वेतन और पदस्थापना दिनांक का उल्लेख किया है परंतु दूसरे पेज पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन शाखा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का केवल नाम और पदनाम अंकित किया गया है इसमें योग्यता, वेतन और पदस्थापना दिनांक का उल्लेख नहीं किया गया जो कि अधूरी और भ्रामक जानकारी है। यह अधूरी और भ्रामक जानकारी संदेहास्पद है इससे प्रथम दृष्टयता यह प्रतीत होता है स्वास्थ्य विभाग कुछ अधिकारियों, कर्मचारियों और जिला कार्यक्रम प्रबंधक के संबंध में जानकारी छिपा रहे है. जो कि सूचना का अधिकार अधिनियम का उल्लंघन है। जिसके संबंध में आवेदक द्वारा जवाब देते हुए पूर्ण जानकारी मांगी गई हैं। पहले भी प्रकाशित हो चुका हैं कि डीपीएम द्वारा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के नाम पर धौंस दिखाया जाता हैं।
इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जनसूचना अधिकारी और प्रथम अपीलीय अधिकारी किस प्रकार DPM के आगे नतमस्तक हैं क्योंकि DPM/जिला कार्यक्रम प्रबंधक की जानकारियां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रहीं हैं। मुंगेली के आरटीआई कार्यकर्ताओं और संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की बात कही गई हैं, मुख्यमंत्री के यहाँ वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मुंगेली स्वास्थ्य विभाग और DPM की बड़े पैमाने पर शिकायत की तैयारी हैं।