रायपुर। 25 जनवरी2022 को भारती विश्वविद्यालय में एक दिवसीय वेबिनार वनस्पति शास्त्र के अंतर्गत “Evaluating Plant Science Innovations for A Sustainable Green Future” विषय आयोजित किया गया। वेबिनार में 100 से अधिक शोधार्थी, प्रध्यापकगण, विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया जिसमें से लगभग 80 से 100 प्रतिभागियों ने वेबिनार में भाग लिया। वास्तविक अनुभव के साथ वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ मैरी आराधना और आईटी सेल के तकनीकी विभाग के प्रमुख डॉ प्रशांत ताम्ब्रकर ने सम्मेलन का संचालन ऑनलाइन माध्यम से गूगल मीट पर सुगमता के साथ किया।
वेबीनार की अध्यक्षता भारती विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच.के. पाठक, मुख्य संरक्षक सुशील चंद्राकर एवम वेबीनार सचिव डॉ वीरेंद्र स्वर्णकार ने की। वेबीनार की मुख्य वक्ता डॉ अंजू पटेल, वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनबीआरआई द्वारा व्याख्यान में विषय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी । उन्होंने फाइटोरेमेडिएशन और प्रदूषण पर विस्तार से बताया कि यह मनुष्यों को कैसे प्रभावित करता है और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। इसके पश्चात वेबीनार में विशिष्ट मुख्य वक्ता डॉ. अश्विनी कुमार दीक्षित, एसोसिएट प्रोफेसर,वनस्पति विज्ञान विभाग, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय ने वेबीनार में उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया साथ ही पादप विज्ञान की नई तकनीकों का उपयोग कैसे किया जा सकता है, इस बारे में गहन विचार देते हुए जैव विविधता के मूल्यांकन और हमारी वनस्पति के संरक्षण के लिए किए जा रहे नवाचारों को कैसे किया जाना जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे पारंपरिक ज्ञान इस बात की जानकारी देता है कि विकास के साथ कैसे टिकाऊ जीवन संभव है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी प्रकृति को संरक्षित करें। आज के इस एक दिवसीय वेबीनार से उपस्थित श्रोतागण लाभान्वित हुए और साथ ही महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत हुए।