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आंध्र प्रदेश में पेंशन वितरण कार्यों में स्वंयसेवकों पर रोक लगाने से मचा सियासी बवाल

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आंध्र प्रदेश के 130 मंडल में लू की चेतावनी

आंध्र प्रदेश में पेंशन वितरण कार्यों में स्वंयसेवकों पर रोक लगाने से मचा सियासी बवाल

तेलंगाना : दवा बनाने वाली कंपनी के कारखाने में विस्फोट से मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हुई

अमरावती
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने राज्य भर के 130 मंडल में लू की चेतावनी जारी की है।

प्राधिकरण ने एक मंडल में भीषण लू चलने का भी अनुमान जताया है।

एपीएसडीएमए के प्रबंध निदेशक आर. कुर्मानाध ने  एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 130 मंडल में से विजयनगरम व नंदयाला जिलों के 19-19 मंडल, एनटीआर में 14 मंडल, अनाकापल्ली में 13 मंडल और पार्वतीपुरम मान्यम जिले के 12 मंडल में लू की आशंका है।

एपीएसडीएमए के पूर्वानुमान के अनुसार, पार्वतीपुरम मान्यम जिले के कोमरदा में बृहस्पतिवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रहेगा जबकि कई अन्य जगहों पर पारा 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सिधौट, वोंटीमिट्टा और कडपा शहर में बुधवार को तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया था।

कुर्मानाध ने लोगों से जहां तक संभव हो घरों के अंदर रहने का आग्रह किया और बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली महिलाओं से सावधानी बरतने का आह्वान किया।

इसके अलावा, उन्होंने लोगों को शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी।

 

आंध्र प्रदेश में पेंशन वितरण कार्यों में स्वंयसेवकों पर रोक लगाने से मचा सियासी बवाल

अमरावती
 निर्वाचन आयोग ने हाल ही में एक आदेश जारी कर आंध्र प्रदेश सरकार से जुड़े स्वयंसेवकों पर चुनाव कर्तव्यों का पालन करने और कल्याणकारी योजनाओं का संचालन करने पर रोक लगा दी, जिसको लेकर सत्तारूढ़ युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) और विपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के बीच विवाद छिड़ गया है।

राजग में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनसेना शामिल है।

वाईएसआरसीपी सरकार ने 2019 में विकेंद्रीकृत शासन वितरण तंत्र के तहत एक वार्ड और ग्राम स्वयंसेवक प्रणाली शुरू की थी। इस प्रणाली के अंतर्गत एक स्वयंसेवक को लाभार्थी को उसके घर पर जाकर कल्याणकारी पेंशन प्रदान करनी होती है और उसके दायरे में 50 से 60 घर आते हैं।

निर्वाचन आयोग ने 30 मार्च को स्वयंसेवकों को सरकारी योजनाएं, कल्याणकारी लाभों और अन्य संबंधित सेवाएं प्रदान करने से प्रतिबंधित करने के आदेश जारी किए, जिससे मासिक पेंशन वितरण प्रक्रिया रुक गयी, जो एक अप्रैल को शुरू होनी थी।

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अन्नामय्या जिले में चुनाव प्रचार करते हुए एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”मुझे उम्मीद है कि आपने देखा होगा कि चंद्रबाबू (नायडू) किस हद तक गिर गए हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों के जरिये निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई कि वे स्वयंसेवकों को एक अप्रैल से घर तक पेंशन पहुंचाने से रोकने के आदेश जारी करें।”

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि लाखों लाभार्थी पीड़ा से गुजर रहे हैं, जिनमें बुजुर्ग, विशेष रूप से दिव्यांग, विधवाएं और ऐसे लोग शामिल हैं, जो अपना पेट नहीं भर सके क्योंकि उन्हें महीने के पहले दिन अपनी पेंशन नहीं मिली।

वहीं रेड्डी के आरोपों से इनकार करते हुए तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि तेदेपा ने न तो पेंशन वितरण पर आपत्ति जताई और न ही निर्वाचन आयोग से उसे रोकने के आदेश जारी करने की शिकायत की।

नायडू ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”पेंशन को लेकर एक बड़ा राजनीतिक विवाद जारी है।जैसे ही हम सत्ता में आएंगे, हम पेंशन को बढ़ाकर चार हजार रुपये कर देंगे और उन्हें घर तक पहुं‍चाएंगे…..।”

निर्वाचन आयोग के आदेश जारी होने के तुरंत बाद नायडू ने पेंशन वितरण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और मुख्य सचिव को पत्र लिखा।

प्रधान सचिव के अनुसार, कुल 14,994 में से 13,699 वार्ड और ग्राम सचिवालयों ने पहले ही पेंशन वितरित करने की कवायद शुरू कर दी है और बुधवार को 25 लाख से अधिक लाभार्थियों को उनकी पेंशन प्राप्त हुई।

अधिकारी के मुताबिक, गर्मी के दिनों को देखते हुए जिलाधिकारियों को बृहस्पतिवार सुबह सात बजे से ही पेंशन वितरण शुरू करने का निर्देश दिया गया है।

तेलंगाना : दवा बनाने वाली कंपनी के कारखाने में विस्फोट से मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हुई

हैदराबाद
 तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में दवा बनाने वाली एक कंपनी के संयंत्र में लगे रासायनिक रिएक्टर में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।

पुलिस ने यह जानकारी दी।

जिले के हथनूर मंडल के चंदापुर गांव में स्थित एसबी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड की फैक्टरी में बुधवार को हुए विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई थी और 16 अन्य लोग घायल हुए थे।

पुलिस ने बताया कि  फैक्टरी परिसर में मलबे के नीचे एक कर्मचारी का शव मिला और एक घायल व्यक्ति ने बुधवार रात उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।

पुलिस के मुताबिक, मृतकों में कंपनी के निदेशक और इकाई के कर्मचारी शामिल हैं।

पुलिस ने बताया कि मृतक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के रहने वाले थे।

पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के बाद आग लग गई, जो फार्मा इकाई के परिसर में फैल गई। बाद में आग पर काबू पा लिया गया।

घटना में घायल हुए 16 अन्य लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कारण की जांच की जा रही है।

 

 

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