पेरिस
कुछ दिनों पहले फ्रांस के एक अस्पताल में बेहद अजीबोगरीब घटना हुई। एक 88 साल के बुजुर्ग अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि पहले विश्व युद्ध का एक बम उनके शरीर के भीतर फंसा हुआ है। जैसे ही उन्होंने अपनी परेशानी बताई लोगों में अफरा-तफरी मच गई और अस्पताल को खाली तक कराना पड़ गया। उन्होंने स्टाफ को समझाया कि यह बम एक कलेक्शन का हिस्सा है और डिएक्टिवेट है। लेकिन टॉलन शहर के सेंट मुसे हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने कुछ मरीजों को बिल्डिंग से बाहर निकाल दिया और बम दस्ते को बुलाया।
एक स्थानीय अखबार को मामले की जानकारी देने वाले एक कर्मचारी ने कहा, 'हम कई बार अजीबोगरीब चीजों के शरीर में फंसे होने के मामले देखते हैं, जैसे सेब, आम वगैरह-वगैरह… लेकिन एक बम? कभी नहीं।' शख्स के अस्पताल पहुंचने से कई मरीजों को बाहर निकाला गया और कइयों की जगह बदलनी पड़ी। कुछ घंटे के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को दूसरे अस्पताल भेज दिया गया।
करना पड़ा पेट का ऑपरेशन
बम दस्ते के यह सुनिश्चित करने के बाद कि वह निष्क्रिय है और उसके विस्फोट होने की कोई संभावना नहीं है, डॉक्टरों ने सर्जरी कर उसे बाहर निकाला। बुजुर्ग के रेक्टम (मलाशय) में फंसे बम को निकालने के लिए डॉक्टरों को पेट का ऑपरेशन करना पड़ा। इसकी चौड़ाई 6 सेमी और लंबाई 20 सेमी थी। खबरों की मानें तो व्यक्ति को वह बम अपने भाई के घर से मिला था। फिलहाल उनका ऑपरेशन कामयाब हुआ है और वह रिकवर कर रहे हैं।
बम से ले रहा था यौन सुख
पहले विश्व युद्ध का वह बम एक कलेक्शन का हिस्सा था जिसका इस्तेमाल फ्रांसीसी सैनिक 1900 की शुरुआत में करते थे। खबरों की मानें तो शख्स उसका इस्तेमाल यौन सुख (Sexual Pleasure) के लिए कर रहा था जब वह उसके भीतर फंस गया। ऐसा ही एक मामला पिछले साल ब्रिटेन में सामने आया था। एक शख्स ऐसी ही समस्या के साथ अस्पताल पहुंचा था। उसके शरीर में फंसा बम दूसरे विश्व युद्ध का था।