रायपुर। छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक आज बलौदा बाजार के होटल गौरव प्राइड में आहूत की गई उपरोक्त बैठक में बिलासपुर,कोरबा, रायपुर, भिलाई ,दुर्ग, राजनांदगांव सहित विभिन्न संभाग के अधिकृत परिवहन कर्ताओं ने भाग लिया।
बैठक में सर्वसम्मति से निम्नानुसार निर्णय पारित किया गया जिसमें मुख्य रूप से स्थानीय मजदूर ट्रक ड्राइवर मोटर मालिकों एवं परिवहन कर्ताओं को पर्याप्त रोजगार के अवसर मिल सके, गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ जिला बलौदा बाज़ार जिले के विभिन्न अंचलों में सीमेंट संयंत्र के अनेकों कल कारखाने संचालित है और उनके द्वारा यहां के चूना पत्थर का दोहन कर क्लिंकर बनाकर ऐसे राज्यों में भेजा जा रहा है जहां लाइमस्टोन नहीं पाया जाता वहां केवल ग्राइंडिंग यूनिट है वहा सीमेंट बनाया जाता है।
स्थानीय लोगों को पर्याप्त रोजगार नहीं मिल पा रहा है क्योंकि बहुतायत मात्रा में क्लिंकर रेल मार्ग से भेजा जा रहा है अतः छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से यह निर्णय पारित किया है कि विभिन्न संयंत्र द्वारा भेजे जा रहे क्लिंकर डिस्पैच का 50% परिवहन सड़क मार्ग से किया जावे ताकि स्थानीय लोगों को पर्याप्त रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके बैठक में सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि जीपीएस शुल्क का वहन ट्रक मालिकों एवं परिवहनकर्ताओं के द्वारा वहन नहीं किया जाएगा और उचित समय पर गाड़ी नहीं खाली होने की स्थिति में₹5000 प्रति दिन हल्टिंग चार्ज देने की मांग की गई।
उपरोक्त बैठक में अंजय शुक्ला, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन, रायपुर बस्तर कोरा पुट से सुखदेव सिंह सिद्धू, अमित सूरी, सुधीर अग्रवाल, बलौदा बाजार ट्रक मालिक संघ के अध्य्क्ष संजीव सिंह, बलकर असोसीशन के अध्यक्ष मलकीत सिंह, अचलजीत सिंह भाटिया, सुब्रत डे,अरुण तुलसियान,इंद्रजीत सिंह छोटू, गणेश प्रसाद जायसवाल, सनोज सिंह, पंकज सिंह, संदीप सिंह, जसवंत सिंह सैनी,संजय झुन जूझनवाला ,सहित काफी संख्या में परिवहनकर्ता ट्रक मालिक उपस्थित थे।
वही इस मामले में छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के संरक्षक अशोक जैन ने कहा कि मांगे नही मानी गईं तो सभी सीमेंट प्लांट बंद किये जायेंगे ।