दंतेवाड़ा। मलेरिया की चपेट में आने से ग्राम पंचायत हिड़पाल निवासी 06 वर्ष के बच्चे की मौत दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में ईलाज के दौरान सोमवार को हो गईं है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मलेरिया के लिए ‘मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान चला कर लोगों को मलेरिया के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मलेरिया से पीडि़त एक मासूम की मौत जिला अस्पताल में होना से मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान पर कई प्रश्र खड़े हाने लगे हैं।
उल्लेखनिय है कि 11 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने जगदलपुर में कहा था कि, जिस तरह से जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में साल भर में 822 बच्चों की मौत के आंकड़े सामने आए हैं वे बेहद ही चिंताजनक हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बस्तर में बढ़ रहे मलेरिया के प्रकोप और जापानी बुखार से लगातार हो रही मासूमों की मौत के मामले में कहा कि, जल्द ही मलेरिया और जापानी बुखार की रोकथाम और उसे जड़ से खत्म करने के लिए बैठक में एक मास्टर प्लान बनाया गया है, जिसकी आगामी 15 जनवरी से शुरुआत की जाएगी और इस प्लान के बस्तर में सक्सेस होने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। जिसके बाद से ही छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मलेरिया के लिए ‘मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान चलाया जा रहा है। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान चला कर लोगों को मलेरिया के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मलेरिया से पीडि़त एक 06 वर्ष के मासूम सुभाष कश्यप निवासी ग्राम पंचायत हिडपाल की दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में मौत होना से मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान पर कई प्रश्र खड़े होते हैं। कहीं मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की खानापूर्ति तो नही की जा रही है? क्या दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में मलेरिया के ईलाज की समुचित व्यवस्था नही है? इसे दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि जिला अस्पताल में मलेरिया से बच्चे की मौत हो रही है। विश्व हिंदू परिषद के भूतपूर्व जिला संयोजक संतोष कुमार साहू ने इस मामले को उजागर किया। अन्यथा इसकी जानकारी बाहर आती ही नही।