रायपुर
बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ की खुशहाली की जो गारंटी दी थी, उसे हमने अल्प अवधि में ही पूरा किया है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी का मतलब होता है गारंटी पूरी होने की गारंटी। चुनाव के दौरान हमने गारंटी दी थी कि 18 लाख पक्के मकान का निर्माण करेंगे। सरकार बनने के दूसरे ही दिन कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी। धान के दो साल का बोनस यानी 3,716 करोड़ रुपये किसानों के खाते में ट्रांसफर किए गए। हमारी सरकार ने युवाओं के हित में बड़ा फैसला लेते हुए पीएससी भर्ती परीक्षा वर्ष 2022 प्रकरण की सीबीआई जांच कराने का निर्णय लिया है।
इसके साथ ही सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के स्थानीय निवासियों को शासकीय सेवाओं में भर्ती हेतु अधिकतम आयु सीमा को छूट अवधि पांच वर्षों के लिए बढ़ा दी गई है। पुलिस भर्ती में यह छूट लागू नहीं थीं। 5 वर्ष से भर्ती लटकी हुई थी, जिससे अभ्यर्थी आयु की उच्च सीमा पार कर चुके थे। भ्रष्टाचार मिटाने के लिए हमारी सरकार ने टेक्नॉलजी के उपयोग को भी वृहद स्तर पर अपनाने का दृष्टिकोण अपनाया है।
नया रायपुर में आने लगी है आईटी कंपनियां
खनन क्षेत्र में मैनुअल परमिट जारी करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था अपनाने का आदेश दिया गया है। अटल नगर यानी नया रायपुर को उद्योगों के लिए 'नया गंतव्य, रोमांचक गंतव्य' बनाने की दिशा में हमने सिंगल विंडो सिस्टम को पारदर्शी ढंग से स्थापित करने का फैसला किया है। यहां IT क्षेत्र की कंपनियों का आना भी शुरू हो गया है।
सेवा से सशक्तीकरण तक
प्रधानमंत्री मोदी कहते है कि जब माताएं बहनें सशक्त होती हैं तो पूरा परिवार सशक्त होता है। प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण के स्तर में सुधार के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना शुरू की गई है जिसके तहत 70 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में एक हजार रुपये की पहली किस्त ट्रांसफर की गई है। सरकार की प्राथमिकता न सिर्फ आर्थिक विकास है बल्कि यह आर्थिक विकास संतुलित व्यवस्थित हो और दीर्घकालिक हो, इसका भी प्रयास रहता है। इसलिए हमने अपने विजन डॉक्युमेट यानी अपने बजट के अंतर्गत इस बार विशेष रूप से 'बस्तर और सरगुजा की ओर देखों' का नारा दिया है।
रोडवेज के जरिए जोड़े जाएंगे 5 शक्तिपीठ
विकास के साथ हम सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लक्ष्य को भी लेकर चल रहे हैं। हम छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को न सिर्फ अक्षुण्ण रखने के लिए संकल्पित है। साथ ही इस विरासत से भारत और विश्व को परिचित कराने के लिए हम धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बना चुके हैं। इस कड़ी में हमने छत्तीसगढ़ की पांच शक्तिपीठों को जोड़ने के लिए सड़क श्रृंखला बनाने का काम शुरू कर दिया है।
हम समस्याओं की नहीं, समाधान की राजनीति करेंगे
सड़क निर्माण को लेकर सीएम साय ने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि हम जिस सुशासन के पुनीत लक्ष्य को लेकर भी सेवा कार्य में संलग्न होते हैं उसके आविष्कारक प्रभु श्रीराम है, जिनकी प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से संपन्न हुई। हमारा ध्येय है कि हम समस्याओं की नहीं, समाधान को राजनीति करेंगे। श्री राम की प्राण- प्रतिष्ठा के साथ ही हम सभी छत्तीसगढ़ वासियों के हृदय में अपनी सांस्कृतिक थाती की याद फिर से ताजा हुई है।
छत्तीसगढ़ के भांजे श्री राम
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही श्री राम को भी याद करते हुए सीएम ने कहा कि श्री राम छत्तीसगढ़ वासियों के भांचे (भांजे) लगते हैं। माता कौशल्या का मायका यहीं कोसल प्रदेश यानी छत्तीसगढ़ में है। श्री राम का जनजातियों से कितना वत्सल्य था, यह माता शबरी के जूठे बेरों से अधिक कौन जानता होगा ? इन जूठे बेरों को मिठास शिवरी नारायण की आज भी हवा में महसूस की जा सकती है, जहां जनजातीय परिवार की मां शबरी ने राम जी को बेर खिलाए थे। यह दूसरा संयोग है कि मैं प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शिवरी नारायण मंदिर स्थल पर ही देख रहा था। श्री राम से छत्तीसगढ़ वासी एकात्म हैं। इसी रिश्ते को अभिव्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ के वासियों के लिए हमने रामलला दर्शन योजना शुरू की, जिसमे राज्य सरकार यात्रियों की यात्रा, रहने-खाने आदि सभी का खर्च स्वयं वहन करेगी।