रायपुर
हर घर नल से जल के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शुरू किए गए जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के 33 जिलों के 50,00,571 घरों में पेयजल पहुंचाना है। इसमें से 38,79,315 घरों में नल से जल के सपने को साकार किया जा चुका है। प्रदेश में 77.58 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। शेष घरों में नल से जल पहुंचाने के लिए तेजी से काम हो रहा है। घर-घर जल पहुंचने से गांवों की तस्वीर बदल रही है।
महिलाओं की समस्याएं भी कम हो रही हैं। अब महिलाओं को पेयजल के लिए कोसों दूर से नदी, कुंआ और झिरिया से पानी लाने के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ रही है। प्रदेश के 33 जिलों के 2,186 गांवों में हर घर जल को शत-प्रतशित पूरा कर लिया गया है। 665 गांव सरकार की ओर से प्रमाणित भी हो चुके हैं। 17 जिलों में 76 प्रतिशत से अधिक घरों में नल से जल पहुंच रहा है। धमतरी जिले में 97.89 और रायपुर जिले में 92.97 प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंच रहा है।
पेयजल के लिए नहीं जाते दूर
सुकमा जिले के ग्राम पंचायत झापरा के गांव कोसाबंदर में 83 परिवार हैं। जल जीवन मिशन कार्यक्रम शुरू होने पूर्व गांव में 11 हैंडपंप और चार बोरवेल लगे थे जिनमें से ज्यादातर गर्मियों में सूख जाते थे। अब जल जीवन मिशन योजना के तहत सोलर आधारित पेयजल योजना के माघ्यम से पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। महिलाओं का कहना है कि खेत में कृषि कार्य करने के पश्चात घर आने पर पानी के लिए दूर हैंडपंप और कुंआ जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। घर के द्वार पर ही दैनिक उपयोग के लिए पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पानी मिल रहा है।
आता था लौहयुक्त पानी
बस्तर जिले के ग्राम बकावंड की वर्तमान जनसंख्या 697 है। जल जीवन मिशन के पूर्व पेयजल व्यवस्था के लिए 18 हैंडपंप थे, जिनसे लौहयुक्त पानी आता था। निस्तारी के लिए एकमात्र तालाब गर्मी में सूख जाता था। सरपंच रैवारी बघेल और मितानिन हीरामनी सेठिया ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी परिवारों को हर घर नल के माध्यम से 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिवस शुद्ध पेयजल मिल रहा है। गांव शत-प्रतिशत हर घर जल प्रमाणीकृत बन गया है। गांव में शुद्ध पेयजल की जांच के लिए फील्ड टेस्टिंग किट का प्रशिक्षण देकर जल वाहिनी का गठन किया गया है।
जल जीवन मिशन ने पकड़ी गति
हर घर नल से जल पहुंचाने के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष-2019 में जल जीवन मिशन शुरू किया गया था। इसके बाद घरों में नल से जल पहुंचने की गति ने तेजी पकड़ी। 15 अगस्त 2019 तक राज्य के 3,19,741 घरों में नल कनेक्शन था, जो वर्तमान में 38,79,315 तक पहुंच गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल जीवन मिशन लागू होने के बाद से घरों तक नल से जल पहुंचाने में तेजी आई है।
हर घर नल से जल पहुंचाने की गारंटी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हर घर नल से जल पहुंचाने की गारंटी दी है। इस पर तेजी से काम हो रहा है। इसके लिए राज्य सरकार के बजट में चार हजार पांच सौ करोड़ रूपये का प्रविधान किया गया है। प्रधानमंत्री के योजना अनुसार सभी घरों में दैनिक जरूरत के लिए प्रति व्यक्ति 55 लीटर जल नल से उपलब्ध कराया जाना है।अधिकारियों का कहना है कि जल जीवन मिशन विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए क्रांतिकारी अभियान है। इस मिशन के जरिए बच्चों के स्वास्थ्य को भी सुरक्षा मिलेगी। बच्चों और बड़ों में होने वाली जलजनित बीमारियों से निजात मिलेगी। वहीं, महिलाओं को भी उनके घरेलू कामकाज के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा। इस वक्त का उपयोग महिलाएं, अपने आर्थिक गतिविधियों के लिए कर सकेगी।