चंडीगढ़
हरियाणा (Haryana) से एक बड़ी सियासी फेरबदल की खबर सामने आ रही है। खबर है कि राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठबंधन टूट गया है। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। खबर है कि नायब सैनी या संजय भाटिया हरियाणा के नए सीएम बन सकते हैं। टीवी रिपोर्ट के मुताबिक, खट्टर सरकार के मंत्रिमंडल का आज यानी मंगलवार (12 मार्च) को सामूहिक इस्तीफा हो गया। इसके बाद नए सिरे से हरियाणा मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा। नए मंत्रिमंडल में JJP शामिल नहीं होगी। मंगलवार को बीजेपी और जेजेपी दोनों पार्टियों ने विधायक दल की बैठक बुलाई है।
लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं मनोहर लाल
टीवी रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे पर मतभेद के कारण बीजेपी-जेजेपी गठबंधन टूटने की कगार पर पहुंच गया। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज (12 मार्च) राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी कैबिनेट भंग कर कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाएगी। खबर है कि नायब सैनी या संजय भाटिया हरियाणा के नए सीएम बन सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, मनोहर लाल लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
बताया जा रहा है कि लोकसभा सीटों पर सहमति न बन पाने की वजह से हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन पर खतरा मंडरा रहा है। सोमवार (11 मार्च) को जेजेपी नेता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। जिसके कुछ समय बाद CM मनोहर लाल खट्टर ने अचानक रात को इमरजेंसी मीटिंग बुला ली। खबर है कि जेजेपी ने अपने विधायकों की अहम बैठक बुलाई है। हरियाणा में जेजेपी के फिलहाल 10 विधायक हैं।
गठबंधन को लेकर नड्डा और दुष्यंत में हुई चर्चा
आगामी लोकसभा चुनाव के लिये सीट बंटवारे को लेकर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और हरियाणा में उसकी प्रमुख सहयोगी जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रमुख एवं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच चर्चा हुई। नड्डा के राष्ट्रीय राजधानी स्थित आवास पर यह बैठक तकरीबन 45 मिनट तक हुई। हालांकि, इसका नतीजा क्या रहा, इस बारे में किसी भी पक्ष से औपचारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई।
दो सीटें मांग रही थी जेजेपी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, JJP हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है। हिसार से वर्तमान सांसद बृजेंद्र सिंह ने रविवार को बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। प्रशासनिक अधिकारी से नेता बने बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह के बेटे हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में हिसार सीट पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में दुष्यंत चौटाला को हार का सामना करना पड़ा था।
निर्दलीय विधायक करेंगे बीजेपी का समर्थन
हरियाणा के निर्दलीय विधायक नयन रावत ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद कहा, "हमने पहले ही सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। हमने लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की। मुझे लगा कि जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।"
2019 के रिजल्ट
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में किसी दल को बहुमत नहीं मिला था। राज्य की 90 में से BJP को 40, कांग्रेस को 31, JJP को 10 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 7 सीट पर जीत मिली थी। इसके अलावा इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के खाते में एक-एक सीट गई थी।
चुनावी नतीजों के बाद JJP, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गई। मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनी और दुष्यंत इसमें उपमुख्यमंत्री बने।
बीजेपी के पास 40 तो जेजेपी के पास 10 विधायक
हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें है। इन 90 सीटों में से भाजपा के पास 40 सीटें है। वहीं 7 निर्दलिय भी बीजेपी के साथ है। जेजेपी की बात करें तो उनके पास 10 विधायक है। कांग्रेस की बात करें तो उसके 31 विधायक है। ऐसे में बीजेपी निर्दलीय विधायकों को मंत्री बनाकर फिर सरकार बनाएगी।
जेजेपी हो सकती है दो फाड़
सूत्रों की मानें तो जेजेपी के भी कई विधायक बीजेपी की संपर्क में है। ये विधायक अपनी ही पार्टी के खिलाफ जा सकते हैं। ये विधायक भी बीजेपी के साथ आ सकते हैं। इसी बीच जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला दिल्ली में भाजपा हाईकमान से मुलाकात करने पहुंचे हैं।
PM मोदी ने कल ही थी खट्टर की तारीफ, याद दिलाए थे पुराने दिन
सूत्रों का कहना है कि दुष्यंत की पार्टी JJP चाहती थी कि उसे भिवानी महेंद्रगढ़ और हिसार सीटें चुनाव में दे दी जाएं। भाजपा से इस पर सहमति नहीं बनी। गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा ऐसे वक्त में होने जा रहा है, जब सोमवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की थी। इसके अलावा उनके साथ अपने दशकों पुराने रिश्तों का भी जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा कि हम दोनों का साथ तबका है, जब दरी का जमाना था। हम लोग एक ही मोटरसाइकिल से घूमा करते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर बाइक चलाते थे और मैं पीछे बैठा करता था। कई बार हम कठिन रास्तों से होते हुए रोहतक से गुरुग्राम तक बाइक से जाते थे। अब तो रास्ते अच्छे बन गए हैं।