भारतीय रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनों में कोच की संख्या बढ़ी
नई दिल्ली। छठ पर्व मनाने के लिए बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग अपने पैतृक निवास जाना चाह रहे हैं। लेकिन वहां तक के स्टेशन के लिए ट्रेनों में लोगों को सीट तक नहीं मिल पा रही है। कई लोगों की एडवांस बुकिंग की वेटिंग भी क्लियर नहीं हो रही। ऐसी स्थिति में अपने गांव कैसे जाएं। वहीं, बसों में भी मारामारी है। ऐसे में भारतीय रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे छह महापर्व के लिए कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रही है। वहीं, पहले से चल रहीं कई स्पेशल ट्रेनों के डिब्बे बढ़ा दिए गए हैं। ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश, पंजाब और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों को जाती हैं। नॉर्दन रेलवे ने ट्वीट कर इस बारे में यात्रियों को जानकारी दी है। नई दिल्ली-अमृतसर जंक्शन स्वर्ण शताब्दी में चेयरकार का एक डिब्बा और आनंद विहार-गाजीपुर सुहेलदेव एक्सप्रेस में स्लीपर का एक डिब्बा बढ़ाया गया है। इसके अतिरिक्त, अमृतसर-न्यू जलपाईगुड़ी कर्मभूमि सुपरफास्ट क्लोन स्पेशल में सेकेंड क्लास के तीन डिब्बे बढ़ाए गए हैं।
रेलवे ने जारी की स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट
नॉदर्न रेलवे ने ट्वीट कर सभी स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट भी जारी की है। मेरठ सिटी-प्रयागराज संगम नौचंदी एक्सप्रेस और दिल्ली सराय रोहिल्ला- जम्मू तवी दुरंतो एक्सप्रेस में एक स्लीपर कोच बढ़ाया गया है। आनंद विहार-हल्दिया एक्सप्रेस में भी एक डिब्बा अतिरिक्त जोड़ा गया है। इसी तरह, आनंद विहार- बलिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस में भी एक डिब्बा बढ़ाया गया है।
रिजर्वेशन काउंटर पर यात्रियों की मारामारी
शनिवार को नई दिल्ली, आनंद विहार समेत साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर के अंदर काफी भीड़ रही। दो काउंटर वाले इस रिजर्वेशन सेंटर पर आए लोगों ने बताया कि काफी देर बाद काउंटर की विंडो तक उनकी बारी आ रही है। इसके बाद भी कई लोगों को टिकट नहीं मिल रहा। कई लोग लाइन में खड़े होने के बाद थककर कर कुर्सी पर बैठे हुए नजर आए। लाइन में लगे कुछ यात्रियों ने बताया कि अगर उन्हें अपने गांव से 100 से 200 किलोमीटर पहले तक के भी किसी स्टेशन तक का टिकट मिल जाता तो वे उसके आगे का सफर बस या टैक्सी से कर लेते। वहीं, कुछ यात्रियों का कहना था कि फैक्ट्री से घर जाने की छुट्टी आखिरी वक्त पर मिली, इस चलते भी पहले टिकट नहीं ले पाए थे।
बिना आरक्षण नहीं कर सकते सफर
कई गाड़ियों में त्योहार के दिनों के लिए वेटिंग तक समाप्त हो गई है। एडवांस बुकिंग करवा चुके दीपक, प्रदेश व कैलाश ने बताया कि कोरोना बचाव की नियमावली के अनुसार, बिना आरक्षण के ट्रेन में सफर नहीं किया जा सकता है। रेलवे ने यह विकल्प बंद कर दिया है, जिससे परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है।
फैक्ट्रियों में काम करते हैं लाखों प्रवासी
गाजियाबाद, साहिबाबाद, मोहन नगर, राजेंद्र नगर इंडस्ट्रियल एरिया में कई फैक्ट्रियां हैं। यहां बिहार व उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आकर करीब 2 से 3 लाख लोग काम करते हैं। इसके अलावा, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बंगाल, उड़ीसा सहित पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों के लोग भी हैं। दिवाली के बाद पूर्वोत्तर भारत का दूसरा बड़ा त्योहार छठ पर्व आता है। ऐसे में हर कोई अपने परिवार के पास जाना चाहता है।