रायगढ। बच्चों में प्राकृतिक सौंदर्य की प्रायक्ष अनुभूति तथा अपने परिवेश से जुड़कर मानव जीवन की उनसे संबद्धता को अवगत कराने के उद्देश्य से स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण कराए जाने का प्रावधान है जिसका पालन करते हुए विगत 29 अक्टूबर को खरसिया विकास खण्ड के प्राथमिक व माध्यमिक शाला बिलासपुर तथा सिंघनपुर के बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण के लिए रायगढ़ जिला के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल रामझरना का भ्रमण कराया गया। शैक्षणिक भ्रमण में वहां के मनोरम एवं प्राकृतिक दृश्य को देखकर बच्चे आनंदित हो गए। वहां उछल कुद मचाते बंदरों के समूह ने बच्चों का खूब मनोरंजन किया। एवं बच्चो के लिए निर्मिति मनोरंजन सामग्री का भरपुर आनंद उठाया।शैक्षणिक भ्रमण में बिलासपुर स्कूल से शिक्षक हरिलाल डनसेना, सुशील पटेल, लक्ष्मी चौहान, सुशीला बंजारे, गुरु चरण राठिया, समस्त रसोईया एवं साला समिति के सदस्य भी उपस्थित थे। तथा सिंघनपुर स्कूल से शिक्षक रमाकांत शर्मा, राजकुमार राठिया, पुखराज पटेल, पुष्पलता देवांगन, निराकार पटेल, राधेलाल भगत, एवं अन्य शैक्षणिक स्टाफ,पालक तथा संकुल समन्वयक बिलासपुर कृष्ण कुमार साहू की उपस्थिति रही।
शिक्षकों ने बतायी यहाँ के इतिहास की जानकारी रामझरना का इतिहास एवं वहां से निकलने वाले पानी के बारे में शिक्षक खीरसागर राठिया द्वारा बच्चों को विस्तार से बताया गया। भुईं नीम, चिटचिटा, हर्रा, बहड़ा नार मोंगरा आदि औषधियों के लाभ एवं गुणों के बारे में मा.शा. बिलासपुर के प्रधान पाठक कार्तिकराम पटेल द्वारा प्रकाश डाला गया। शिक्षक सुशील पटेल द्वारा साल, सागौन,आंवला आदि वृक्षों के लाभ एवं उपयोग के बारे में बताया गया। इस अवसर पर दोनों स्कूल के विद्यार्थियों ने एक दूसरे का परिचय भी प्राप्त किए।