रायपुर। पत्थलगांव की दुखद घटना के मृतक के परिजनों को 50 लाख की सहायता देने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की है, जिस पर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता है। उन्होंने मृतक परिवार के आंसू पोंछने का काम किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री और सरकार की छवि खराब करने के पीछे भाजपा का किसी प्रकार का राजनैतिक षड़यंत्र तो नहीं है, इन तथ्यों की जांच होना आवश्यक है।
1 घटना के कुछ मिनिट के अंदर ही भाजपा के आईटीसेल के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय ने जिस प्रकार से घटना को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया उसकी भी जांच होनी चाहये। घटना के लिये प्रयुक्त वाहन का ड्राईवर और उसके साथ में बैठा व्यक्ति बबलू विश्वकर्मा तथा शिशुपाल साहू दोनों हिन्दू हैं तथा घटना में मृतक घायल भी हिन्दू ही है। रैली भी हिन्दू समाज की थी फिर भाजपा आईटी सेल ने इसे धार्मिक विद्वेष क्यों बताया?
2 घटना के आरोपी और वाहन दोनों मध्यप्रदेश के है, जहां भाजपा की सरकार है। कहा जा रहा कि घटना के एक आरोपी की करीबी रिश्तेदार मध्यप्रदेश के सिंगरौली में भाजपा की नेत्री है। इस कनेक्शन की भी जांच होनी चाहिये।
3 घटना के बाद भाजपा के छत्तीसगढ़ के नेता से लेकर राष्ट्रीय नेता तक पत्थलगांव की घटना को लखीमपुर की घटना से जोड़ का प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहे है। लखीमपुर की घटना के पीछे भाजपा नेता के पुत्र का राजनैतिक मोटिव था पत्थलगांव की घटना एक रोड एक्सीडेंट है फिर दोनों की समानता क्यों बताई जा रही?
4 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखीमपुर में किसानों की हत्या के बाद जिस मुखरता से सामने आये उससे भारतीय जनता पार्टी तिलमिलाई हुई है। पत्थलगांव की घटना भाजपा की तिलमिलाहट की नतीजा तो नहीं। इन सारे तथ्यों की भी जांच होनी चाहिये।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा पत्थलगांव की घटना पर स्तरहीन राजनीति कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मृतक के परिजनों के लिये 50 लाख मुआवजे की घोषणा की है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह मृतक के परिजनों के लिये 50 लाख की मांग कर रहे थे, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक 75 लाख की मांग कर रहे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय 1 करोड़ मुआवजे की मांग कर रहे इससे स्पष्ट हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी दिग्भ्रमित हो गयी है। उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि क्या करना है, उनका मकसद सिर्फ कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाना मात्र है। पीड़ित परिवारों के प्रति भाजपा नेताओं की कोई संवेदना नहीं है। इसीलिये सारे नेता सिर्फ आरोप बाजी में लगे है।