Home धर्म छत्तीसगढ़ भूमि पुण्य भूमि, माता कौशल्या यहीं की, भगवान राम अंचल के...

छत्तीसगढ़ भूमि पुण्य भूमि, माता कौशल्या यहीं की, भगवान राम अंचल के भांजे

86
0

मुख्यमंत्री ने चरौदा और भिलाई-3 में लिया दशहरा उत्सव में हिस्सा
दुर्ग।
मुख्यमंत्री बघेल शुक्रवार को भिलाई-3, कुम्हारी एवं चरौदा में विजयादशमी के अवसर पर शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा असत्य पर सत्य की, बुराई पर अच्छाई की, अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चरौदा में कहा कि छत्तीसगढ़ अंचल पुण्य भूमि है यह भगवान राम का ननिहाल है इस तरह भगवान राम अंचल के भांजे हैं। उन्होंने कहा कि हर साल हम विजयादशमी के अवसर पर यहां जुटते हैं। सुंदर परंपरा को निभाते हैं अपने मन में अच्छे संकल्प लेते हैं। आप सब वर्षों से इस परंपरा को निभाते आए हैं। हमारी परंपरा हमारी शक्ति है। विजयादशमी का पर्व हमें याद दिलाता हैं कि हमें निरंतर सत्य का सम्मान करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भगवान राम एवं माता सीता की अर्चना की। साथ ही उन्होंने समिति के पदाधिकारियों से चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि हर साल आप लोग दशहरे का यह सुंदर पर्व मनाते हैं लोग यहां जुटते हैं दशहरे का यह पर्व हमें बहुत उल्लास से भर देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कौशल्या मां के मंदिर के परिसर का विस्तार भी किया गया है तथा यहां सौंदर्यीकरण का भी कार्य किया गया है। भगवान राम आदर्श हम सब के आदर्श हैं और हमारा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ की पुण्य भूमि भगवान राम का ननिहाल रही है। दशहरा का यह पर्व हमें शुभ संकल्पों के साथ निरंतर बेहतर कार्य करने प्रेरित करता है।
भिलाई-3 में भी लिया हिस्सा- भिलाई-3 में भी मुख्यमंत्री विजयादशमी पर्व के अवसर पर शामिल हुए और नागरिकों को पर्व की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि असत्य पर सत्य की जीत का यह पर्व हमें शुभ संकल्पों की याद दिलाता है। साथ ही हमें यह भी याद दिलाता है कि निरंतर शुभ आदर्शों पर चलते रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम का ननिहाल कौशल प्रदेश रहा है इस प्रदेश से रामकथा की बहुत सुंदर स्मृतियां जुड़ी है। राम कथा से जुड़ी इन स्मृतियों को संजोए रखने के लिए छत्तीसगढ़ शासन विशेष रूप से प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि कौशल्या माता मंदिर का सौंदर्यीकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना की वजह से पर्व का उत्साह थोड़ा फीका रहा था इस बार पर्व का उत्साह पिछले साल की तुलना में ज्यादा लग रहा है। मैं आप सभी को दशहरा पर्व की बधाई देता हूँ तथा कामना करता हूं कि यह पर्व आपके जीवन में खुशहाली लाए।