बीजापुर। नक्सल विचार धारा से त्रस्त व सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नौ लाख के तीन इनामी नक्सलियों सहित सात नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण करते हुए नक्सल गतिविधियों से तौबा कर लिया है ।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने पत्रवार्ता के दौरान बताया कि तीन तीन लाख के तीन इनामी सहित सात नक्सलियों ने आज मुख्यधारा से जुडऩे का निर्णय लेते हुए समर्पण कर दिया है । इनमे मिरतुर एलओएस डिप्टी कमांडर अमित लेकाम ,भैरमगढ़ एरिया कमेटी, एलजीएस डिप्टी कमांडर मड़कम शंकर पामेड़ उसूर एरिया कमेटी और आयाम मोटू एलओएस डिप्टी कमांडर इंद्रावती एरिया कमेटी शामिल है । इन तीनो नक्सलियों पर शासन द्वारा तीन तीन लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था, तीनो नक्सली कई बड़ी व गम्भीर घटनाओं को अंजाम दे चुके थे । इनके अलावा जनमिलिशिया सदस्य मड़कम भीमा, मड़कम जोगा, मोहन्ना उर्फ मोहना सोड़ी और तामो हूंगा ने भी समर्पण कर दिया है । समर्पित सभी नक्सलियों को 10-10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया इसके अलावा इन्हें शासन की पुनर्वास नीति के तहत योजनाओ का लाभ भी दिलाया जायगा । इस पत्रकार वार्ता के दौरान डीआईजी सीआरपीएफ कोमल सिंह ने कहा कि पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा बेहतर तालमेल के साथ नक्सल अभियान चलाया जा रहा है ,जिसका परिणाम है कि आज भटके हुए स्थानीय युवाओ का बाहर से आये नक्सलियों से मोह भंग होने लगा है वही खुद पर हो रहे अत्याचार व शोषण को समझने लगे हैं, जिसके चलते स्थानीय नक्सली मुख्यधारा में जुडऩे लगे है। 2010 में पूरे जिले में भय का वातावरण था ,लोग पटनम, आवापल्ली जाने में घबराते थे, किन्तु आज बेख़ौफ़ होकर लोग आधी रात में भी आना जाना कर रहे है । सीआरपीएफ कमाण्डेन्ट विवेक भट्राल ने कहा कि सीआरपीएफ द्वारा सम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है, इस अभियान के तहत हमारे अधिकारी और जवान अंदरूनी नक्सल प्रभावित गांवों में जाकर वहां के ग्रामीणों से लगातार संपर्क करते हुए शासन की योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करा रहे है , इसके अलावा स्थानीय नक्सलियों के परिजनों, गावो के प्रमुख लोगो से स्थानीय नक्सलियों को समर्पण करने की समझाइस देने का आग्रह भी कर रही है । इस अभियान को भी काफी प्रतिसाद मिलने लगा है, ग्रामीण जनता भी धीरे धीरे जागरूक होने लगी है । अब ग्रामीण भी अपने फायदे नुकसान को समझने लगी है । इस दौरान अडिशनल एसपी जियारत बेग सहित सीआरपीएफ के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे ।