Home छत्तीसगढ़ साधू-संतों के पावन सानिध्य में राजिम माघी पुन्नी मेला का हुआ शुभारंभ

साधू-संतों के पावन सानिध्य में राजिम माघी पुन्नी मेला का हुआ शुभारंभ

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मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के मंत्रीगण समारोह में हुए शामिल
मेला स्थल के लिए 25 एकड़ जमीन चिन्हांकित
रामगमन चिन्हित स्थान को विकसित किया जायेगा
गरियाबंद।
छत्तीसगढ़ के पवित्र धार्मिक नगरी राजिम में माघ पूर्णिमा 9 फरवरी से महाशिवरात्रि 21 फरवरी तक आयोजित राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ 9 फरवरी की संध्या प्रयागराज राजिम में चित्रोत्पला के पावन तट पर साधू-संतों के पावन सानिध्य में हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य और धर्मस्व, पर्यटन, गृह जेल एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में प्रदेश के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, वाणिज्यकर एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेडिया और विधायक धनेन्द्र साहू, अमितेश शुक्ल, श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव, राजकुमार यादव व विनोद चन्द्राकर तथा आचार्य महामंडलेश्वर अग्निपीठाधीश्वर बम्हाऋषि रामकृष्णानंद जी महाराज, मंहत साध्वी प्रज्ञा भारती, संत गोवर्धनशरण जी महाराज, संत विचार साहेब जी, ब्रम्हकुमारी पुष्पा बहन जी भी सम्मिलित हुए।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने कहा कि पिछले साल जब राज्योत्सव मनाया जा रहा था, तभी प्रेरणा स्वरूप उनके मन में विचार आया कि हमारी इतनी बड़ी महानदी में इतना बड़ा राजिम का माघी पुन्नी मेला लगता है, यहां पर नदी होने के कारण अक्सर कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है, इतने बड़े मेले के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए राजिम मेला के लिए स्थायी रूप से जमीन की व्यवस्था की जाए जिसे आर्किटेक्ट द्वारा मेला स्थल को भव्यता प्रदान करते हुए एक भव्य डिजाईन बनायी जाए जिसमें सभी के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था हो। यह केवल धार्मिक मेला न रहे बल्कि सामाजिक मेले के रूप में भी विकसित हो, जहां पर समाज एकत्रित होकर, समाज के विकास व सुधार के लिए बात करें। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि गरियाबंद जिले के कलेक्टर ने यहां 25 एकड़ जमीन मेला स्थल के लिए चिन्हाकिंत कर लिया है। अब आने वाले साल में मेला सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विपुण प्राकृतिक सम्पदा है, इसका हमे सरंक्षण करना है। वर्तमान में 30 हजार नाला और कई नदियां होने के बावजूद पानी की कमी है। इस कमी को पूरी करने के लिए नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी को अभियान बनाकर काम किया जा रहा है। यह योजना पंचायत स्तर पर पंच सरपंच, जनपद, सदस्य, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष के माध्यम से पूरा किया जायेगा। सभी गांव में गौठान भी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन मूल्य पर की गई धान खरीदी की शेष 685 रूपये की बचत राशि किसानों को बैंक के माध्यम से भुगतान किया जायेगा। आज छत्तीसगढ़ संतों की आशीर्वाद से आगे बढ़ रहा है। साधु संत अपना आशीर्वाद छत्तीसगढ़ की जनता के साथ बनाये रखे। मुख्यमंत्री ने भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राम वनगमन का क्षेत्र रहा है इसलिए जिस-जिस स्थान से भगवान राम गुजरे है और जहां जहां पर वे रहे है, उन स्थानों को सुरक्षित एवं विकसित करने का काम भी सरकार द्वारा किया जायेगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने राजिम स्थित राजीव लोचन मंदिर में भगवान राजीवलोचन की पूजा-अर्चना की और चित्रोत्पला तट पर आयोजित महानदी गंगा आरती में सम्मिलित हुए।
समारोह को सम्बोधित करते हुए धर्मस्व, पर्यटन, गृह जेल एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ की संस्कृति को अक्षुण बनाने सरकार पहल कर रही है। राजिम माघी पुन्नी मेला को पुनिर्वित करने जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। मेला के दौरान छत्तीसगढ़ी के पारम्परिक खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के बेहतर क्रियान्वयन के साथ छत्तीसगढ़ के पुरातन के गौरव को पुर्नस्थापित किया जा रहा है। धर्मस्व मंत्री साहू ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा मेला स्थल पर दर्शनार्थियों के लिए समुचित प्रबंध किया गया है। उन्होंने लोगों के बताये सुझाव अनुसार मेला को और भव्य स्वरूप प्रदान करने की बाते कही। साथ ही लोगों को माघी पुन्नी मेला की बधाई और शुभकामनाएं दी। समारोह को विधायक धनेन्द्र साहू, अमितेश शुक्ल, श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव और साध्वी प्रज्ञा भारती ने भी सम्बोधित किया। समारोह में आचार्य महामंडलेश्वर अग्निपीठाधीश्वर बम्हाऋषि रामकृष्णानंद जी महाराज ने अपने आर्शीवचन में विकास के साथ व्यक्ति के चरित्र निर्माण पर जोर देते हुए पुरातन संस्कृति को पुर्नजीवित करने के लिए सरकार के कार्यो की सराहना की। कलेक्टर श्याम धावड़े ने मेला का प्रतिवेदन वाचन किया। उन्होंने मेला स्थल पर आयोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा और जिला प्रशासन द्वारा की गई आवश्यक व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के अध्यक्ष धनराज मध्यानी, नगर पंचायत राजिम की अध्यक्ष श्रीमती रेखा राजू सोनकर, कमिश्नर रायपुर संभाग जी.आर चुरेन्द्र, आईजी. आनंद छाबड़ा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।