Home छत्तीसगढ़ आखिर विभाग कैसे बरत सकता है इतनी बड़ी लापरवाही

आखिर विभाग कैसे बरत सकता है इतनी बड़ी लापरवाही

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रायगढ़ से सुशील पांडेय की रिपोर्ट
छिपकली के बाद देशी शराब में निकला केचुआ जैसे कीड़ा
आबकारी विभाग मामले में नही है गंभीर
रायगढ।
आखिरकार आबकारी इतनी बडी लापरवाही कैसे बरत सकता है।बीते दिनों देशी शराब के सील बंद पाव में छीपकली मिला था।उसके बाद भी उस मामले को गंभीरता से नही लिया गया।वहीं शुक्रवार को पूराना सारंगढ़ बस स्टैंड स्थित मटन मार्किट में संचालित देशी शराब दुकान से एक देशी शराब में केंचुआ जैसे कीड़ा मिलने का मामला सामने आया है।बताया जा रहा है शुक्रवार को एक ग्राहक उस दुकान में देशी शराब का पाव मांगा।जिसपर सेल्समैन ने पेटी से एक पाव निकाल कर काउंटर में रखा।जैसे ही ग्राहक ने उस पाव को देखा तो उसके होश उड़ गए।उस सील बंद पाव में एक काला कलर का कीड़ा था। ग्राहक ने उसकी जानकारी सेल्समैन को दी गई।तब तक उस पाव का फोटो क्लिक किया जा चुका था।उसके बाद सेल्समैन ने उसे हटाकर उसके बाद दूसरा दिया है।एक बार नही दो बार कीड़ायुक्त शराब की बिक्री का मामला सामने चुका है उसके बाद भी विभाग ऐसे मामले को सुधारने के बजाए और लापरवाही कर रही है।कही ऐसे करने से किसी शराब के शौकीन की जान जा सकती है।
बॉटलिंग करने वाली बिसलेरी की गलती
पूर्व में जब छिपकली निकलने के मामले में आबकारी विभाग के अधिकारी से बात करने पर बताया कि ये सीधा बॉटलिंग करने वाली बिसलेरी से आती है।ऐसे में ये उनकी गलती होने की बात कही जा रही है।
क्या विभाग बॉटलिंग करने वाली कंपनी को कराया गया अवगत
आबकारी विभाग के अधिकारियों को देशी शराब में कीड़ा मिलने की जानकारी संबंधित बॉटलिंग करने वाली कंपनी को दिया है या नही।अगर नही दिया है तो एक बड़ी लापरवाही विभाग की है।