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अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने पर फोकस, किसान आंदोलन के बीच गुजरात में बोले PM मोदी

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अहमदाबाद

पंजाब के हजारों किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिनाया है कि किस तरह उनकी सरकार अन्नदाताओं के लिए एक के बाद एक फैसले ले रही है। अमूल ब्रांड के मालिकाना हक वाले गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह पर हजारों लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य छोटे किसानों की जिंदगी को बेहतर बनाना है। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को देश की रीढ़ बताते हुए इसमें पशुपालन के योगदान की सराहना की।

पीएम मोदी ने अमूल की तारीफ करते हुए देश का सबसे अच्छा ब्रांड बताया। पीएम ने कहा, 'भारत की आजादी के बाद देश में बहुत से ब्रांड बने, लेकिन अमूल जैसा कोई नहीं। आज अमूल भारत के पशुपालकों के सामर्थ्य की पहचान बन चुका है। अमूल यानी विश्वास, अमूल यानी विकास, अमूल यानी जनभागीदारी, अमूल यानी किसानों का सशक्तिकरण, अमूल यानी समय के साथ आधुनिकता का समावेश, अमूल यानी आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा, अमूल यानी बड़े सपने, बड़े संकल्प और उससे भी बड़ी सिद्धियां।'

पीएम मोदी ने किसानों और पशुपालकों के लिए अपनी सरकार के फैसलों का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारा फोकस है … छोटे किसान का जीवन कैसे बेहतर हो। पशुपालन का दायरा कैसे बढ़े। पशुओं का स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो। गांव में पशुपालन के साथ ही मछलीपालन और मधुमक्खी पालन को कैसे प्रोत्साहित किया जाए।' उन्होंने कहा, 'हमने पहली बार पशुपालकों और मछली पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी है। हमने किसानों को ऐसे आधुनिक बीज दिए हैं, जो जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकें। भाजपा सरकार राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसे अभियानों के माध्यम से दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने का भी काम कर रही है।'

इससे पहले गन्ने का एफआरपी 340 रुपए प्रति क्विंटल करने समेत कैबिनेट के अन्य फैसलों को लेकर पीए मोदी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'देशभर के अपने किसान भाई-बहनों के कल्याण से जुड़े हर संकल्प को पूरा करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में गन्ना खरीद की कीमत में ऐतिहासिक बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है। इस कदम से हमारे करोड़ों गन्ना उत्पादक किसानों को लाभ होगा।'

अमूल मॉडल की तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार को किसानों और अन्नदाताओं की चिंता है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार केंद्र सहकारिता मंत्रालय बनाया है। दो लाख से अधिक गांवों में सहकारी समितियों को निर्माण हो रहा है। इसके जरिए छोटे किसानों को हम कृषि उद्यमी और निर्यातक बनाना चाहते हैं। पीएम मोदी ने गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) के स्वर्ण जयंती समारोह में कहा कि हमारी सरकार आज महिलाओं की आर्थिक शक्ति बढ़ाने के लिए भी चौतरफा काम कर रही है। भारत के डेयरी सेक्टर की असली रीढ़, महिलाशक्ति है। दूरगामी सोच के साथ लिए गए फैसले कई बार आने वाली पीढ़ियों का भाग्य कैसे बदल देते हैं, अमूल इसका एक उदाहरण है। अमूल भारत के पशुपालकों के सामर्थ्य की पहचान बन चुका है। गुजरात के गांवों ने मिलकर 50 वर्ष पहले जो पौधा लगाया था, वो आज विशाल वटवृक्ष बन गया है। और इस विशाल वटवृक्ष की शाखाएं आज देश-विदेश तक फैल चुकी हैं।

बापू के वाक्य से कही अपनी बात
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा फोकस है कि छोटे किसान का जीवन कैसे बेहतर हो? पशुपालन का दायरा कैसे बढ़े, पशुओं का स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार गांवों में पशुपालन के साथ ही मछली पालन और मधुमक्की पालन को कैसे प्रोत्साहित किया जाए? सरकार इस दिशा में मजबूती से काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक वाक्य का उल्लेख करते हुए कहा कि बापू कहते थे कि देश की आत्मा गांवों में बसती है। पीएम मोदी ने कहा कि हम गांव के हर पहलू को प्राथमिकता देते हुए काम कर रहे हैं। इससे पहले संबाेधन में गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल ने पीएम मोदी को विकसित भारत का स्पप्नदृष्टा बताते हुए उन्हें वैश्विक लीडर बताया और कहा कि गुजरात विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है।

 

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