Home छत्तीसगढ़ सहकारी बैंकों-समितियों को पूर्णतः कम्प्यूटरीकृत करने बनाएं कार्ययोजना : अध्यक्ष चंद्राकर

सहकारी बैंकों-समितियों को पूर्णतः कम्प्यूटरीकृत करने बनाएं कार्ययोजना : अध्यक्ष चंद्राकर

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रायपुर। छग अपेक्स बैंक के अध्यक्ष एवं नेशनल फेडरेशन ऑफ स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक्स लिमिटेड (नेफ्सकाब) के नवनियुक्त संचालक बैजनाथ चंद्राकर ने सहकारी बैंक एवं सहकारी समितियों के काम-काज को कम्प्यूटराईज करने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा है कि किसानों के हित में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ की सभी फसलों, उद्यानिकी फसलों की इनपुट सब्सिडी की राशि के साथ ही धान, कोदो-कुटकी, रागी आदि की उपार्जन राशि का भुगतान किसानों को ऑनलाईन दिया जा रहा है। इसको देखते हुए सहकारी बैंकों एवं समितियों के काम-काज को अन्य बैंकों की तरह कम्प्यूटराईज किया जाना समय की मांग और आवश्यक है। चन्द्राकर ने अधिकारियों को तत्काल कार्ययोजना को अमली रूप भी देने को कहा है, ताकि किसानों को उनके हक का राशि अविलंब उन्हें प्रदाय की जा सके।
अध्यक्ष चन्द्राकर ने सहकारी बैंकों एवं समितियों में राशि के लेन-देन का इस तरीके का सिस्टम डेव्हलप करने को कहा है कि किसानों को सहूलियत हो और उन्हें बैंकों और समितियों का चक्कर न लगाना पड़े। समितियों के माध्यम से किसानों को प्रदाय की जाने वाली आदान सहायता के रूप में सामग्री जैसे खाद-बीज आदि की जानकारी भी उन्हें ऑनलाईन मिल सके, इसका भी सिस्टम विकसित करने पर जोर दिया है। उन्होंने बैंकों एवं समितियों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के भी निर्देश दिए है, ताकि वह अपने दायित्वों को बिना किसी त्रुटि के सक्षमता के साथ निभा सके।
चन्द्राकर ने कहा है कि मुख्यमंत्री बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किसानों की बेहतरी के लिए कृषि एवं सहकारी क्षेत्रों में संचालित योजना एवं कार्यक्रमों को देश एवं अन्य राज्यों में सराहा जा रहा है। देश के कई राज्य छत्तीसगढ़ शासन के किसान हितैषी नीतियों को अपने राज्यों में लागू करने की दिशा में बढ़ रहे है। उन्होंने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को किसानों के हित में अन्य राज्यों में संचालित कार्यप्रणाली का अध्ययन करने और उन्हें छत्तीसगढ़ के किसानों के अनुकूल पाए जाने पर राज्य में क्रियान्वित किए जाने का प्रतिवेदन तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों एवं समितियों का मूल उद्देश्य किसानों की मदद करना और शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाना है। उन्होंने कहा कि नेशनल फेडरेशन ऑफ स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक्स लिमिटेड (नेफ्सकाब) का संचालक होने के नाते मैं अपनी ओर से राज्य के आदिवासियों, महिलाओं, खेतीहर मजदूरों एवं किसानों की बेहतरी के लिए नेफ्सकाब, नाबार्ड, एनसीडीसी और नैफेड जैसी राष्ट्रीय संस्थाओं के माध्यम से लाभान्वित करने हेतु हरसंभव पहल करूंगा।
छत्तीसगढ़ अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चन्द्राकर, नेशनल फेडरेशन ऑफ स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक्स लिमिटेड (नेफ्सकाब) का संचालक चुने जाने के बाद मुंबई से आज रायपुर लौटने पर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट एवं अपेक्स बैंक मुख्यालय नवा रायपुर में सहकारिता से जुड़े प्रतिनिधियों एवं अपेक्स बैंक के पदाधिकारियों एवं अधिकारियों ने स्वागत किया और उन्हें नए दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ अपेक्स बैंक के अध्यक्ष चन्द्राकर को बीते दिनों मुंबई में आयोजित नेफ्सकाब की बैठक में राष्ट्रीय संचालक चुना गया था। चन्द्राकर के संचालक बनने से छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर सहकारिता के क्षेत्र में सशक्त प्रतिनिधित्व मिला है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर सहकारी आन्दोलन को नई दिशा एवं गति मिलने के साथ ही राज्य की सहकारिता की समस्याओं का राष्ट्रीय स्तर पर निराकरण करने में आसानी होगी।
इस अवसर पर अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक के.एन. कान्डे, डीजीएम भूपेश चन्द्रवंशी, ओएसडी अविनाश श्रीवास्तव और अनूप अग्रवाल, एजीएम अरूण पुरोहित एवं एल. के चौधरी, शाखा प्रबंधक पंडरी अजय भगत, शाखा प्रबंधक रायपुर सी.पी. व्यास, प्रबंधक अभिषेक तिवारी, जी.एस. ठाकुर, विनय मिश्रा, सहायक प्रबंधक आलोक यादव, प्रभाकरकांत यादव, राजीव दुबे, विमल सिंह ठाकुर, विजय जायसवाल सहित बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।