छिंदवाड़ा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव उनके बेटे मौजूदा सांसद नकुलनाथ ही लड़ेंगे। इमलीखेड़ा हवाई पट्टी पर मीडिया से बात में उन्होंने कहा, 'जैसे ही AICC नाम घोषित करती है, छिंदवाड़ा से नकुलनाथ उम्मीदवार होंगे।'
कांग्रेस ने की तैयारियां शुरू
मंगलवार सुबह इमलीखेड़ा हवाईपट्टी पर कमल नाथ मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अगले लोकसभा के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। तरह-तरह की अफवाह उड़ी, लेकिन अब शुरुआत हो गई है। कांग्रेस पार्टी जैसे हमेशा चुनाव की तैयारी करती है वैसे इस बार भी करेगी।
नकुल नाथ होंगे छिंदवाड़ा से प्रत्याशी
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी जैसे ही सीट घोषित करती है वैसे ही नकुल नाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे और वे कांग्रेस से सांसद का चुनाव लड़ेंगे। कमल नाथ से जब यह पूछा गया कि आपके भाजपा में शामिल होने की अफवाह चली है।
मीडिया ने चलाई अफवाह
इस पर उन्होंने कहा कि यह अफवाह मीडिया ने चलाई है। मैंने बीते दिन प्रमोद कृष्णन के संदर्भ में कहा था कि कोई बंधा हुआ नहीं है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि इसका खंडन जितेन्द्र ने किया है और प्रवक्ता को नोटिस दिया है।
हमेशा की तरह करूंगा प्रचार
कमल नाथ ने कहा कि मैंने 5 दिसंबर को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि चार से पांच दिन में इसे आउट करना, मैंने किया नहीं। उन्होंने अध्यक्ष बनाने को लेकर मुझसे सलाह ली थी तो मैंने कहा था कि इस जाति में से बना दीजिए। मीडिया ने कमल नाथ से जब यह पूछा कि देश और प्रदेश में चुनाव प्रचार की उनकी कैसी भूमिका रहेगी तो उन्होंने कहा कि जैसे हमेशा प्रचार करता हूं वैसे ही करूंगा
मालूम हो, पिछले काफी समय से छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के चुनाव को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. कहा जा रहा था कि कमलनाथ भी छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ सकते हैं. अब बेटे नकुलनाथ ने खुद अपने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इससे पहले उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान भी छिंदवाड़ा जिले की सातों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था.
पिछले कई दिनों से चर्चाएं थीं कि शायद इस बार छिंदवाड़ा लोकसभा की सीट पर कांग्रेस की तरफ से मौजूदा सांसद नकुलनाथ नहीं, बल्कि उनके पिता और पूर्व सीएम कमलनाथ ही चुनाव लडे़ं। इसको लेकर अब नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा में दावा किया है कि ये सारी बातें अफवाह हैं और इस सीट पर वे ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि नकुलनाथ इस दौरान काफी जोश में नजर आए थे।
नकुलनाथ ने कहा था कि विधानसभा में ज्यादा प्रत्याशियों के चलते गुटबाजी हो सकती है लेकिन लोकसभा में ऐसा कुछ नहीं होगा, क्योंकि छिंदवाड़ा से वे खुद एक बार फिर कांग्रेस से प्रत्याशी होंगे। नकुलनाथ के बयान के बाद अब उनके पिता और पूर्व सीएम कमलनाथ का भी बयान सामने आया है। कमलनाथ ने सीधे तौर पर कहा है वे नहीं बल्कि नकुलनाथ ही छिंदवाड़ा सीट से लोकसभा के उम्मीदवार होंगे। कमलनाथ ने कहा कि वे चुनाव तो नहीं लड़ेंगे लेकिन प्रचार जरूर करेंगे।
कमलनाथ ने पहले ही कर दिया ऐलान
अहम बात यह है कि अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है। इंडिया गठबंधन की पार्टियां भी अभी तक कोई नहीं डिसाइड नहीं किया है कि आखिर कौन कहां से चुनाव लड़ेगा। हालांकि छिंदवाड़ा सीट पर किसी की दावेदारी भी नहीं है लेकिन फिर भी कमलनाथ ने इस सीट के लिए अपने बेटे के ही नाम का ऐलान कर दिया है। यह सवाल उठाता है कि क्या कमलनाथ अपने आप को कांग्रेस पार्टी से भी बड़ा समझते हैं औऱ क्या वे भूल गए हैं कि वे कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं हैं।
पार्टी से बड़े हो गए कमलनाथ
बता दें कि कमलनाथ मध्य प्रदेश में पहले अपना एकछत्र राज चलाते रहे हैं। इसके चलते उनका वह हनक वाला एटिट्यूड अभी तक वैसा ही है। कुछ राजनीतिक विश्लेषक यह तक कहते रहे हैं कि बीजेपी की जीत की सबसे बड़ी वजह पूर्व सीएम कमलनाथ ही थे, क्योंकि आलाकमान ने मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान पूरी तरह से कमलनाथ के हाथों में ही दे दी थी। ऐसे में कांग्रेस की हार के लिए उन्हें सबसे बड़ा जिम्मेदार माना जा रहा था। इसके चलते ही उनसे प्रदेश अध्यक्ष का पद छीना गया था, लेकिन अभी भी वे अहम और बड़े ऐलान पार्टी की आधिकारिक घोषणा से पहले ही कर दे रहे हैं।