त्रिवेणी भवन में होगा कार्यक्रम
बिलासपुर
स्कूली विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता का विकास और उन्हें लोकतांत्रिक व्यवस्था से परिचित कराने युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन 16 फरवरी को सुबह 9 बजे से व्यापार विहार स्थित – त्रिवेणी भवन में किया जा रहा है। इसमें संभाग से लगभग साढ़े तीन सौ छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। अलग-अलग जिलों के बच्चे इस कार्यक्रम में शामिल होकर सदन का हिस्सा बनकर लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली की जानकारी लेंगे इसके लिए बकायदा स्कूलों में उनकी तैयारी करवाई गई है ।
संसद की तमाम कार्यवाहियों का बनेंगे हिस्सा –
जिस प्रकार भारतीय संसद में कार्य होता है उसी प्रकार इस कार्यक्रम की भी रूपरेखा तैयार की गई है जिसमे 20 मिनट का प्रश्नकाल व शेष 30 मिनट शपथ ग्रहण, नए मंत्री का सदन से परिचय, विशेषाधिकार हनन, राज्य सभा से संदेश, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, विधेयक संकल्प- प्रस्ताव पर चर्चा, स्थगन प्रस्ताव, मत विभाजन आदि प्रक्रियाओं का प्रदर्शन आदि के लिए रखा गया है । युवा संसद की भाषा प्रतिभागी विद्यार्थी इच्छानुसार हिन्दी अथवा अंग्रेजी का उपयोग कर सकते हैं। शपथ ग्रहण के लिए भारतीय संविधान की आठवीं सूची में उल्लेखित भाषाओं में से किसी एक का प्रयोग किया जा सकता है। स्पीकर की भूमिका निभाने वाले विद्यार्थी को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाएं आनी चाहिए।
100 अंकों में होगा मूल्यांकन , विजेता टीम को किया जाएगा सम्मानित –
प्रतियोगिता में पक्ष-विपक्ष का मूल्यांकन 100 अंकों का होगा। सबसे ज्यादा अंक हासिल करने वाली टीम को विजेता माना जाएगा। निर्णायक मंडल समिति द्वारा अनुशासन एवं मर्यादा पर 10 अंक, संसदीय प्रक्रियाओं के पालन पर 20 अंक, प्रश्नों एवं अनुपूरक प्रश्नों के लिए विषय चयन व उत्तर की गुणवत्ता पर 20 अंक, वाद-विवाद के विषयों के चयन पर 10 अंक, भाषा की गुणवत्ता एवं वाद-विवाद के स्तर पर 30 अंक और संपूर्ण प्रदर्शन के सामान्य मूल्यांकन पर 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त वाले दल को सामूहिक ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ स्पीकर, मंत्री की भूमिका, सर्वश्रेष्ठ प्रश्नकर्ता, वक्ता पक्ष एवं विपक्ष को ट्राफी व प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने सौपी गई जिम्मेदारी –
युवा संसद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संभागायुक्त श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने अधिकारी-कर्मचारी को जिम्मेदारी सौंपी है। आयोजक मंडल में संयुक्त संचालक आरपी आदित्य के साथ स्कूल शिक्षा विभाग की टीम शामिल है। संयुक्त संचालक द्वारा कार्यों के निष्पादन के लिए अलग-अलग अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है ।