नई दिल्ली
भारत के अरबपति परिवारों (Indian Billionaires) का एशिया में दबदबा बढ़ रहा है। भारतीय अरबपतियों के बढ़ते प्रभाव से हांगकांग के अमीर परिवार परेशान हो रहे हैं। चीन की आर्थिक सुस्ती का असर हांगकांग के पुराने अमीर परिवारों पर पड़ रहा है। इन अमीर परिवारों की संपत्ति लगातार कम हो रही है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, एशिया के 20 सबसे अमीर परिवारों में से हांगकांग के 4 खानदानों की संपत्ति पिछले एक साल में कम हुई है।
इन परिवारों की ज्यादातर दौलत रियल एस्टेट सेक्टर में है। इन अमीर परिवारों को हांगकांग के शेयर बाजार में गिरावट और चीन के चल रहे संपत्ति संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसका असर देखने को मिल रहा है। अब अरबपतियों की लिस्ट में से इन चीनी कारोबारियों का नाम गायब होता जा रहा है। इसकी एक वजह चीन के शेयर बाजार में जारी गिरावट भी है। एशिया की बात करें तो 20 सबसे अमीर परिवारों में से 6 भारतीय हैं।
तूफानी तेजी से बढ़ रही नेटवर्थ
भारत के अमीर परिवारों की नेटवर्थ में तेजी से इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंबानी परिवार की संपत्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मार्केट कैप में बंपर उछाल देखा गया है। छह भारतीय परिवारों की कुल संपत्ति 219 अरब डॉलर है, जो एशिया के टॉप 20 की कुल संपत्ति का 41 फीसदी है। शेयर बाजार तेजी से जिंदल, बिड़ला और बजाज परिवारों की नेटवर्थ में भी उछाल आया है।
भारी पड़ रही चीन की सुस्ती
जहां भारत के अरबपति परिवारों की नेटवर्थ तेजी से बढ़ रही है। वहीं हांगकांग के चेंग परिवार की प्रमुख कंपनी 20 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक सदी पहले एक ज्वेलरी की दुकान से उनकी 24 अरब डॉलर की संपत्ति बनी थी। यह पिछले साल से 2.4 अरब डॉलर कम है।