रेवाड़ी
पुलिस ने कोसली में नकली शराब तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह द्वारा महंगी शराब की बोतलों में नकली शराब भर कर बेची जा रही थी। पुलिस ने मौके से शराब से भरी व खाली बोतलें और महंगी शराब के लेबल व होलोग्राम भी बरामद किए हैं। इस गिरोह द्वारा कोसली के एक बंद पड़े स्कूल में अवैध रूप से नकली शराब तैयार की जा रही थी। पुलिस अधीक्षक दीपक सहारन ने बताया कि पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि बिजली पावर हाउस कोसली के पास एक बंद पड़े स्कूल के कमरों में अवैध रूप से शराब तैयार की जा रही है। पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर आबकारी विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर मौके पर जाकर छापेमारी की और वहां से एक आरोपी को गिरफतार किया। इस मामले में एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी देर सांय कनीना से की गई है जिससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में अवैध शराब जिसमें 3452 खाली बोतल, 1404 बोतल नकली अग्रेजी शराब, 10425 बोतल के ढक्कन, 2895 गत्ता पेटियां, 118728 लेबल, 115287 होलोग्राम, ढक्कन लगाने की दो मशीने जब्त की है। इसके साथ ही मौके से आई 20 गाड़ी व 154650/- रूपए बरामद किए है। रेवाड़ी पुलिस की इस बड़ी कार्यवाही से अवैध शराब का गोरखधंधा करने वालों पर कमर तोड़ प्रहार किया है। सहारन ने कहा कि अवैध शराब की बिक्री करने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है। इसके पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है ताकि इसे पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके।
पूछताछ के दौरान मौके पर मौजूद आई-20 गाड़ी की तलाशी ली गई तो गाड़ी के डैशबोर्ड से 154650/- रूपए व 10 पेटी अंग्रेजी शराब मार्का ओल्ड मोंक रम बरामद हुई। पुलिस द्वारा गाड़ी चालक से पूछताछ की गई। आरोपी से पूछताछ के दौरान टीम ने शराब की बोतल पर लगे होलोग्राम को क्यूआर कोड से चैक किया तो बोतलो पर लगे हुए होलोग्राम फर्जी पाए गए। बोतलो पर लगे हुये लेबलो को चैक करने पर पाया गया कि उनमें से किसी भी लेबल पर बैच नम्बर अंकित नही था।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह अपने सह आरोपियों के साथ मिलकर बंद पड़े स्कूल के कमरो व गोदाम में नकली शराब तैयार करता है। गोदाम से तैयार की गई इस नकली शराब को लोड करके वह ठेको पर बेचने के लिए जा रहा था। आरोपी की निशानदेही पर पुराने स्कूल के दो कमरो मे बने गोदामों को बारी-बारी चैक किया गया जिसमें गोदाम के दोनों कमरों में काफी मात्रा में शराब की खाली बोतले, गत्ता पेटिया आदि रखे हुए थे। आरोपियों के खिलाफ थाना कोसली में आबकारी अधिनियम व भारतीय दण्ड सहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस विभाग के ग्राम प्रहरियों द्वारा डेटा एकत्रित करते हुए टीमों के साथ मिलकर सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए प्रदेश में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्वयं मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि तत्परता से कार्यवाही करते हुए आरोपियों को तुरंत पकड़ा जा सके। इसके अलावा, पुलिस मुख्यालय द्वारा जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समय-समय पर बैठकें करते हुए एक्शन टेकन रिपोर्ट ली जाती है ताकि इस दिशा में सार्थक प्रयास करते हुए अवैध शराब की बिक्री करने वालों पर शिकंजा कसा जा सके। उन्होंने कहा कि अवैध शराब बिक्री के खिलाफ आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।