रायपुर
धर्मांतरण को लेकर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत प्रलाप न करके उस सच्चाई को स्वीकार करें कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल में तुष्टीकरण करते हुए जबरिया धर्मांतरण को कांग्रेस और उसकी सरकार ने बढ़ावा दिया था। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि धर्मांतरण और तुष्टीकरण को संरक्षण देकर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने सनातन-संस्कृति को कदम-कदम पर अपमानित करने का काम किया है।
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस समर्थक कम्युनिस्ट ईकोसिस्टम के कारण लगातार हिंदुत्व को अपमानित किया गया और हाल के वर्षों में इस तरह का शर्मनाक आचरण कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र बन गया है। सनातन और हिन्दुत्व को लेकर लगातार दुष्प्रचार किए गये, स्वयं शासक रहे नेहरू परिवार का आचरण सनातन के विरुद्ध और तुष्टीकरण वाला रहा। इसके कारण निस्संदेह भारत और हिंदुत्व का नुकसान हुआ। इसकी जिम्मेदार केवल और केवल कांग्रेस और उसकी स्वार्थी राजनीति रही है। श्री ठाकुर ने कहा कि भाजपा जबसे सत्ता में आयी है, तब से हिन्दी, हिंदू और हिंदुस्तान मजबूत हुआ है। श्रीराम हमारे प्रतीक हैं। आज जिस तरह समूची दुनिया के लोग श्रीराम विजय पर झूम रहे हैं।
प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से देश-दुनिया में जिस तरह हर्ष और उल्लास परिलक्षित हुआ है, वह इस कारण संभव हुआ क्योंकि कांग्रेस आज देश में विपक्ष की हैसियत में भी नहीं रही है। श्री ठाकुर ने कहा कि लगातार पतन की ओर जा रही कांग्रेस इसके बावजूद श्रीराम मंदिर का आमंत्रण ठुकराने का दुस्साहस कर चुकी है तो यह कांग्रेस की वैचारिक दरिद्रता का परिचायक ही है। कम्युनिस्ट-संपोषित कांग्रेस की परजीविता अब उसकी नियति हो चली है।