उज्जैन.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण ठुकराने वाले लोगों को अपने निर्णय पर फिर विचार करना चाहिये। यहां एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आशा है कि जिन लोगों ने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण ठुकराया है वे इस पर फिर विचार करेंगे।
सीएम ने कहा कि उम्मीद है ऐसे लोग बहुसंख्यक भावनाओं का सम्मान करेंगे। नहीं हो जो आंधी उठेगी उसमें इस तरह का निर्णय करने वालों का पता भी नहीं चलेगा। डॉ मोहन यादव ने यह भी कहा कि भगवान राम के प्रति इस तरह का भाव लाना बहुत दुर्भाग्य की बात है। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने यह बात उज्जैन में रविवार को रेलवे के मल्टी-डिसिप्लिनरी जोनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के भूमिपूजन अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि रेलमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि रेलवे के मामले में मध्यप्रदेश पीछे नहीं रहेगा। केंद्र सरकार ने मप्र में रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर, माडर्नाइजेशन और डेवलपमेंट के लिए 13 हजार 672 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे देश के कुछ तथाकथित लोग भगवान राम के मामले में फिर अपमानजनक स्थिति निर्मित कर रहे हैं। उन्होंने विपक्ष से कहा कि भगवान राम के इस ऐतिहासिक क्षण को निहारने से वंचित मत हों। यह दुर्भाग्य की बात है।