इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सबसे बड़े कराची शहर में बुधवार को बंदूकधारियों ने वाहन से जा रहे दो चीनी फैक्टरी श्रमिकों पर गोलियां चलायीं, जिससे उनमें से एक घायल हो गया। चीन ने इसे छिटपुट
घटना करार देकर इसे कमतर दिखाने का प्रयास किया है। पुलिस ने बताया कि हमलावर मोटरसाइकिल से आए थे और अपराध करने के बाद वे भाग गये। पुलिस के अनुसार इस गोलीबारी में एक चीनी नागरिक घायल हो गया जबकि दूसरे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और न ही इस हमले के पीछे की मंशा तत्काल पता चल पायी है ।
कुछ दिन पहले ही पख्तूनख्वा प्रांत के उपरी कोहिस्तान जिले के दासू क्षेत्र में एक धमाके से बस के नौ चीनी यात्रियों की मौत हो गयी थी एवं 27 अन्य घायल हो गये। इस घटना में कुल 13 लोगों की जान चली गयी थी। आज के हमले को चीन ने छिटपुट मामला
बताया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने बीजिंग में मीडिया ब्रीफिंग में कहा, चीन इस मामले पर करीब से नजर बनाये हुए है और संबंधित मामले की जांच चल रही है। वैसे यह घटना छिटपुट मामला है।
उन्होंने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी पक्ष चीनी नागरिकों एवं संपत्तियों की सुरक्षा करेगा।
चौदह जुलाई को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पाकिस्तानी एवं चीनी श्रमिकों को लेकर जा रही बस एक धमाके के बाद नाले में गिर गयी थी।
चीन ने तब एक विशेष जांच दल भेजा जब पाकिस्तान से भ्रम में डालने वाले संकेत आने लगे कि यह गैस धमाका हो सकता है। पाकिस्तान 24 जुलाई को अपने इस पिछले रूख से पीछे हट गया कि तकनीकी समस्या की वजह से धमाका हुआ। दोनों पक्षों ने चेंगडू में पाकिस्तान-चीन विदेश मंत्री रणनीतिक वार्ता के तीसरे सत्र के समापन पर जारी एक संयुक्त विज्ञप्ति में माना कि यह घटना आतंकवादी हमला था। दासू बम धमाके से चीन की चिंता बढ़ गयी क्योंकि हजारों चीन श्रमिक 60 अरब डालर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा के तत्वाधान में कार्यरत प्रतिष्ठानों एवं परियोजनाओं में काम कर रहे हैं।