कांग्रेस पार्टी में फिर से आने के लिए CM हाउस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से किये मुलाकात, मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में पुनःरखने से एक सिरे से किया इंकार
रायपुर । आप पार्टी में सबको शामिल करने की बात तो सुने होंगे और पार्टी में पुराने लोगों को शामिल करने की भी बात सुने होंगे लेकिन यहां तो पार्टी में लेने के लिए बड़े बड़े दिग्गज ने साफ तौर पर एक सिरे से पूर्व विधायक हृदय राम राठिया को इंकार कर दिए बात करे लैलूंगा के पूर्व विधायक की जो कि BJP के डॉ रमन सिंह के सरकार के समय 2008 से 2013 के कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी से विधायक चुने गए हृदय राम राठिया, लेकिन अजित जोगी की नई पार्टी “जोगी जनता पार्टी” में मौका देख चौका मारने के लिए कांग्रेस पार्टी से जोगी पार्टी में अपनी सदस्यता लेते हुए पूर्व में शामिल हो गए और जोगी जनता पार्टी से विधायक के लिए जोगी जनता पार्टी से टिकट लेकर अपना भाग्य आजमा लिए लेकिन हृदय राम राठिया का भाग्य साथ नही दिया और हृदय राम राठिया विधानसभा की सीट से हार गए, अब हृदय राम राठिया क्या करे समझ नही आया और समझ आया की कांग्रेस सरकार में वापस जाऊ लेकिन तो भूपेश बघेल और मोहन मरकाम ने पार्टी में पुनः रखने के लिए साफ तौर पर एक सिरे से इंकार कर दिए और हृदय राम राठिया को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा ,कांग्रेस की सरकार में ताबड़तोड़ काम और अच्छा पद मिल जाएगा ये लालसा से शायद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से मुलाकात तो करने CM हाउस और प्रदेश अध्यक्ष के यहां एंट्री तो मिल गया लेकिन जो सोच रख कर गए थे हृदय राम राठिया वो नही मिल पाया और वापसी कांग्रेस में एंट्री भी नही मिल पाया, खाली हाथ वापस निकलना पड़ा है अब देखना ये होगा कि आने वाले समय मे हृदय राम राठिया क्या कांग्रेस में शामिल होने के लिए एडी चोटी एक करेंगे और क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम क्या पूर्व विधायक हृदय राम राठिया को कांग्रेस में शामिल करेंगे , क्या हृदय राम राठिया को कांग्रेस में शामिल नही किया गया तो वही के विधानसभा को क्या प्रभावित कर सकेंगे ये तो आने वाले समय मे ही देखना होगा,लेकिन वर्तमान में तो कांग्रेस सरकार में पूर्व विधायक को CM हाउस और प्रदेश अध्यक्ष के बंगले से खाली हाथ, हाथ रामझते निकलना पड़ा, सूत्रों की माने तो अभी कांग्रेस की सरकार को सिर्फ और सिर्फ घोड़े की रेस में दौड़ने वाले कि तरह ही कार्यकर्ता और विधायक चाहिए और अधिक बड़बोले पन और क्षेत्र में खराब छबि रहने वाले को कांग्रेस पार्टी में साइड करना चालू करने के साथ साथ अपनी पार्टी में शामिल करना बंद कर दिया है।
जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया था विरोध
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 1 माह से हृदय राम राठिया कांग्रेसमें वापसी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते चले आ रहे थे जिसकी भनक किसी को भी नहीं थी लेकिन गुरुवार 1 जुलाई को जब वह मुख्यमंत्री निवास पहुंच कर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल से मुलाकात कर लौटे तभी से जिला कांग्रेस कमेटी के सभी कार्यकर्ताओं ने इसका पुरजोर विरोध करते हुए उन्हें कांग्रेस में वापस लेने का विरोध किया था।