नई दिल्ली
भारतीय टीम के लिए केपटाउन टेस्ट मैच अभी तक शानदार गुजरा है। पहली पारी में मोहम्मद सिराज ने साउथ अफ्रीका को चारों खाने चित करने का काम किया, जबकि दूसरी पारी में उनके जोड़ीदार जसप्रीत बुमराह ने पंजा खोल दिया। केपटाउन में एक तरह से साउथ अफ्रीका का दिवाला बुमराह ने निकाल दिया, क्योंकि इस स्टोरी के लिखे जाने तक दूसरी पारी में सात विकेट साउथ अफ्रीका के गिरे हैं, लेकिन उनमें से पांच विकेट बुमराह को मिले हैं।
जसप्रीत बुमराह ने जैसे ही अपने 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर केशव महाराज को श्रेयस अय्यर के हाथों कैच आउट कराया, वैसे ही टेस्ट क्रिकेट में उनका 9वां फाइव विकेट हॉल पूरा हो गया। बुमराह ने कमाल की गेंदबाजी पहली पारी में भी की थी। उन्होंने 2 विकेट साउथ अफ्रीका के निकाले थे, जिनमें एक विकेट ट्रिस्टन स्टब्स का था और दूसरा विकेट नांद्रे बर्गर का था। दूसरी पारी में उन्होंने अपने आंकड़ों को और भी ज्यादा दुरुस्त कर दिया।
बुमराह ने सबसे पहले ट्रिस्टन स्टब्स को पहले दिन चलता किया और दूसरे दिन सबसे पहले डेविड बेडिंघम को आउट कर पवेलियन भेजा। तीसरे विकेट के रूप में उन्होंने काइल वेरेनी को पवेलियन का रास्ता दिखाया, जबकि चौथा विकेट उनको मार्को यानसेन के रूप में मिला। वहीं, 5वें विकेट के लिए उन्होंने केशव महाराज को आउट किया। इस पारी में उनको एक भी विकेट बोल्ड के रूप में नहीं मिला। सभी विकेट कैच रूप में मिले। जसप्रीत बुमराह का SENA देशों (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में ये छठा फाइव विकेट हॉल है। कपिल देव ने सबसे ज्यादा 7 बार भारत के लिए ये काम किया था। इस लिस्ट में अब जसप्रीत बुमराह संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। जहीर खान और बी चंद्रशेखर ने भी SENA देशों में 6-6 बार फाइव विकेट हॉल अपने नाम किया है।
बुमराह के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक 32 मैचों में 139 विकेट निकाले हैं। उनका बेस्ट एक पारी में 27 रन देकर 6 विकेट लेना है, जबकि एक मैच में 86 रन देकर उन्होंने 9 विकेट निकाले थे। 9 बार वे फाइव विकेट हॉल प्राप्त कर चुके हैं, लेकिन एक भी बार एक मैच में उनको 10 विकेट नहीं मिले हैं। पिछले मैच में उनको 4 विकेट मिले थे। सिर्फ एक ही बार उन्होंने गेंदबाजी की थी। इस तरह वे प्लेयर ऑफ द सीरीज के दावेदार बन गए हैं।