रायपुर-मुंगेली/ आखिरकार मुंगेली कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर लोगो के बीच मनोरंजन का साधन बनने के काम आई हैं, लंबे समय से सत्तापक्ष दल कांग्रेस में आपसी खींचतान, अंतर्कलह, इस्तीफे के दौर के बाद खुलकर बगावती तेवर सामने आते दिख रहे है, जिसका मुख्य कारण संगठन में पदाधिकारियों को योग्यता अनुसार स्थान न मिलना हैं। कुछ लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के भीतर भयंकर वसुलीबाजी, काम करवाने के एवज में मोटी रकम वसूलना, मीडिया के लोगो के बकाया राशि न देने के बाद घमासान मचा हुआ है, ऐसे में अब कांग्रेस के साथ लंबे समय से रहने वाले कद्दावर नेताओं में भी भयंकर आक्रोश देखा जा रहा है। लगातार प्रदेश नेतृत्व को शिकायतें मिलने के बावजूद संगठन में जो स्थिति बन रही है जिसके बाद अनेको लोग विरोधी तेवर में नजर आने लगे हैं।
राजनीति से जुड़े लोगों का मानना हैं कि आज 15 जुलाई को प्रदेश के प्रभारी राष्ट्रीय सचिव का मुंगेली आगमन होने वाला हैं जिस पर कुछ पार्षदों, कुछ शहर कांग्रेस के असंतुष्ट पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं द्वारा सामुहिक त्यागपत्र देते हुए भाजपा में प्रदेश के किसी बड़े नेता के समक्ष शामिल होने की संभावना दिख रही है ? या हो सकता हैं वे केवल शिकायत कर औपचारिकता निभा दे, बहरहाल अभी असंतुष्ट लोगों से भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों, भाजपा नेताओं सहित प्रदेश नेतृत्व के नेतागण सतत संपर्क में है। कभी भी ऐसे असंतुष्ट लोग कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं ? हालांकि असंतुष्ट पार्षद व पदाधिकारी से पूछे जाने पर कुछ प्रत्यक्ष तौर से कहने से वे बच रहे है मगर पत्रकारों के समक्ष उनका स्पष्ट कहना है कि जिले और शहर में नेतृत्व क्षमता के अभाव में हम जो करेंगे सीधे प्रदेश अथवा राष्ट्रीय नेता के समक्ष करेंगे । बहरहाल पार्टी में बगावती तेवर के बावजूद किसी प्रकार के मान मनौव्वल का प्रयास नही देखा जा रहा है जिसके बाद कुछ पार्षद व असंतुष्ट पदाधिकारी के भाजपा में अपने समर्थकों सहित शामिल होने की संभावना दिख रही हैं।
ऐसी चर्चा है कि दो पार्षदों व शहर कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी ने सीधे स्थानीय नेतृत्व पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का पूरा मन मना लिया है, पदाधिकारियों से पूछे जाने पर कुछ प्रत्यक्ष रूप से कहने से बच रहे है । बहरहाल पार्टी में बगावती तेवर के बावजूद किसी प्रकार के मान मनौव्वल का प्रयास नही देखा जा रहा है जिसके बाद कुछ पार्षद व असंतुष्ट पदाधिकारी के भाजपा में अपने समर्थकों सहित शामिल होने की संभावना को और भी बल मिल रहा है। शहर में ऐसी चर्चा है कि मुंगेली में कांग्रेस पार्टी के संभावित दो पार्षद व असंतुष्ट पदाधिकारी युवा मोर्चा के एक स्थानीय पदाधिकारी के माध्यम से भाजपा के एक पूर्व मंत्री के संपर्क में है। बकायदा कांग्रेस के पदाधिकारी युवा मोर्चा के साथ अपनी सोशल मीडिया में भी फ़ोटो वायरल कर रहे हैं। इससे ये माना जा रहा है कि पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता ही बड़े नेताओं की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं ? संभावित रूप से कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पार्षद व असंतुष्ट पदाधिकारियों का आरोप है कि पार्टी में उन्हें किसी भी कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी जाती और लगातार उपेक्षा की जाती रही थी, उनका कहना हैं कि शहर कांग्रेस का शहरीय नेतृत्व बहुत ही कमजोर हैं जिसे बदलने की मांग पीसीसी से की जाएगी, शायद इसी गुटबाजी के चलते नगर पालिका में अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी का नहीं हैं और न ही जिले में कांग्रेस का कोई विधायक हैं। बहरहाल अब देखना हैं कि कांग्रेस की गुटबाजी का अंत कैसे होता हैं या इसी गुटबाजी के बीच आगामी चुनाव लड़ी जाएगी ? हो सकता हैं समाचार प्रकाशित होने के बाद कांग्रेस नेता या संगठन के पदाधिकारी सक्रिय हो जाये और असंतुष्टों को मनाने हर संभव प्रयास करें ?