मुंगेली/ गुटबाजी के समुंदर में गोता रहे मुंगेली के कांग्रेसियों पर सत्ता का नशा सर चढ़कर बोल रहा हैं, एक ओर आपसी गुटबाजी के चलते जिले में एक भी कांग्रेस का विधायक नहीं हैं तो वहीं दूसरी ओर जिले में कई कांग्रेस नेता ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री और कुछ मंत्रियों को उनका खास बताने में लगे हुए हैं, ऐसा बोल वे दाना डालने का काम कर रहे हैं ताकि कोई सुनहरी चिड़िया उनके चंगुल में फंस जाए ?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार खुद को मुख्यमंत्री और कई मंत्रियों का खास बताने और जताने वाले तथाकथित कांग्रेसियों द्वारा समस्याओं से पीड़ितों, बेरोजगारों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों से उनका काम कराने मोटी रकम की मांग की जाती हैं, और ये कहा जाता हैं कि ऊपर पैसा लगता हैं, ऐसे में पीड़ित या ट्रांसफर चाहने वाला मोटी रकम दे देता हैं परंतु कांग्रेसियों की गुटबाजी के चलते उसका काम नहीं हो पाता और पैसे वापस मांगने ऐसे नेताओं के चक्कर काटता फिरता हैं, शहर में चर्चा के दौरान यह सुना गया कि कुछ फरियादी हैं जो कांग्रेस के ऐसे नेताओं के खिलाफ थानों में शिकायत कर सकते हैं, जिन्हें ट्रांसफर एवं अन्य कार्य के लिए पैसा दिया गया हैं परंतु वह काम नहीं हुआ और न ही उन्हें रकम वापस लौटाई जा रही, अब ऐसे हालात में थानों में कहीं कोई शिकायत करता हैं तो इससे भुपेश सरकार और कांग्रेस की ही बदनामी होगी, इसीलिए ऐसे कांग्रेसियों को चाहिए कि वे खुद से ऐसे फरियादियों की रकम वापस कर दे ताकि कोई शिकायत थानों में न हो पाए और वह अपनी और पार्टी की इज्जत बचा सके।
एक ओर मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जनकल्याणकारी योजनाओं से जनता की उनकी समस्याओं से निजात दिलाकर उन्हें सुविधाएं मुहैया करा रहे और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्वारा संगठन को मजबूती प्रदान करने कड़ी मेहनत की जा रही हैं परंतु मुंगेली जिले में कांग्रेसियों की गुटबाजी के चलते जिले एवं शहर में कांग्रेस कमजोर होती दिख रही हैं, जिसका आगामी चुनाव में फर्क पड़ सकता हैं।