रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। ACB के रिपोर्ट सौंपते ही सरकार ने छत्तीसगढ़ के सीनियर IPS अफसर जीपी सिंह को निलंबित कर दिया है। ACB पिछले तीन दिनों तक छापेमार कार्रवाई की है। जीपी सिंह के सरकारी बंगले से लेकर अन्य 15 ठिकानों से करप्शन से भरे कई दस्तावेज एकत्रित किए गए हैं। इनमें बेनामी संपत्ति समेत विदेशों में कई खातों का जिक्र है। ACB की टीम ने 70 घंटे से ज्यादा की कार्रवाई में कई दस्तावेज खंगाले हैं। जब जीपी सिंह ACB चीफ थे, तब लोगों को ब्लैकमेल करने, अवैध वसूली करने, बेशुमार प्रॉपर्टी के मालिक बनने के आरोप थे. इसके बाद से ही वे ACB और EOW के रडार में थे।
ADG जीपी सिंह निलंबित
पहले दिन की कार्रवाई में ACB को ADG GP सिंह के घर से बेशुमार दौलत के दस्तावेज मिले थे। 75 से अधिक बीमा पॉलिसी, बैंकों में जमा 1 करोड़ रुपए की गिनती, कई मकानों, जमीनों में निवेश के कागज भी मिले हैं। ACB को GP सिंह के घर से बैंकों में बेहिसाब खातों के पासबुक मिले हैं। इतना ही नहीं GP सिंह के घर से डेढ़ करोड रुपये के म्यूच्यूअल फंड और शेयर के इन्वेस्टमेंट के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. ACB के मुताबिक फंड्स और शेयर के दस्तावेज में रकम कई करोड़ रुपए तक पहुंचने की जानकारी है। ओडिशा में संपत्ति, कंस्ट्रक्शन के काम में इस्तेमाल होने वाले आधा दर्जन वाहन, कई बैंक अकाउंट्स, 75 से अधिक बीमा पॉलिसी के सबूत मिले थे। इसके बाद गुरुवार शाम को जीपी सिंह पर FIR दर्ज की गई।
ACB को दूसरे दिन की कार्रवाई में वाहनों के कागजात भी मिल हैं। इसमें कंस्ट्रक्शन से जुड़े वाहन, मिक्सर मशीन, ट्रक और अन्य मशीन शामिल हैं। ACB की टीम संपत्ति, वाहनों, बैंक खाता, बीमा पॉलिसियों की तादाद देखकर हैरान है। कई बीमा पॉलिसी जीपी सिंह, उनकी पत्नी और उनके बेटे के नाम पर मिली है। इसकी संख्या बढ़ सकती है। इन पॉलिसी के प्रीमियम के रूप में ही लाखों रुपए सालाना बीमा कंपनियों को दिए जाते हैं। टीम बीमा कंपनियों से प्रिमियम का हिसाब-किताब ले रही है। दिनभर के जांच के बाद लगभग 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था।
बता दें कि गुरुवार सुबह 6 बजे ACB और EOW की जांच टीम जीपी सिंह के सरकारी बंगले में दाखिल हुई थी। करीब 75 घंटे की छापेमार कार्रवाई में करोड़ों रुपये बरामद किए गए। ACB की टीम ने GP सिंह पर धारा 13 (1)बी, 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम यथा संशोधित 2018 के तहत केस पंजीबद्ध किया था। इसके बाद जीपी सिंह के काली कमाई का परत दर परत खुलासा होते गए। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम उन खातों की लिस्टिंग, पैसा कहां से आया किसने दिया, इन पहलुओं की जांच की. अब ये सारे दस्तावेज करोड़ों रुपये के काली कमाई की सबूत दे रहे हैं।